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केरल के पादरी का विवादित बयान, 'जींस-टीशर्ट पहनने वाली लड़कियों को समुद्र में डुबो दो'

वीडियो में केरल के एक पादरी का कहना पश्चिमी सभ्यता के कपड़े पहनने वाली लड़कियों को समुद्र में डुबा देने की सलाह देते दिख रहें है।

Updated on: 28 Feb 2017, 01:18 PM

ऩई दिल्ली:

लड़कियों का पहनावा इस देश के धार्मिक गुरूओं के निशाने पर हमेशा से रहा है। इसको लेकर अकसर ही तुगलकी फरमान भी जारी होते आए है। ऐसे ही एक बयान वाला वीडियो आजकल फेसबुक पर वायरल हो रखा है। इस वीडियो में केरल के एक पादरी का कहना पश्चिमी सभ्यता के कपड़े पहनने वाली लड़कियों को समुद्र में डुबा देने की सलाह देते दिख रहें है। यह वीडियो जैसमिन पीके नाम की लड़की ने फेसबुक पर शेयर किया था।

इस वीडियो में पादरी कह रहे है,'महिलाएं इस प्रकार के कपड़े सिर्फ पुरुषों को उकसाने के लिए पहनती हैं।वह पवित्र जगहों पर भी जींस , टी-शर्ट, शर्ट, ट्राउजर और फोन के साथ जाती हैं, मुझे नहीं पता कि चर्च में इन चीजों की क्या जरुरत है। इस तरह के कपड़े पहनने वाली लड़कियों और महिलाओं को पत्थर बांधकर समुद्र में फेंक देना चाहिए। मैं जब चर्च में प्रार्थना के लिए जाता हूं और सामने कुछ महिलाओं को खड़ा देखता हूं, तो मन करता है चर्च से बाहर निकल जाऊं।' 

यह वीडियो करीब 12 महीने पुराना है, लेकिन फेसबुक पर शेयर होने के बाद से यह दोबारा वायरल हो रहा है। पादरी ने महिलाओं के लिए चूड़ीदार कपड़े को सबसे बेस्ट बताया। कहा है कि बेस्ट कपड़ा चूड़ीदार है, लेकिन जब महिलाओं के अंदर शैतान घुस जाता है तो वे दुपट्टा फेंक देती हैं और उसके बिना ही आती-जाती हैं।

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पादरी का मानना है कि जब उन लड़कियों या महिलाओं के साथ कुछ उल्टा-सीधा होता है तो वो मर्दों को दोष देती हैं, जबकि दोष उन्हीं का है। केरल में इससे पहले भी जारी हो चुका है ऐसा तुगलकी फरमान, यहां पढ़ेँ पूरा मामला