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राष्ट्रपति चुनाव ( Photo Credit : File Photo)
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केंद्र की मोदी सरकार एक साथ कई मोर्चों पर काम कर रही है. साथ में बीजेपी भी अपनी रणनीति बनाने और एजेंडे को धरती पर उतारने में लगी हुई है.
राष्ट्रपति चुनाव ( Photo Credit : File Photo)
केंद्र की मोदी सरकार एक साथ कई मोर्चों पर काम कर रही है. साथ में बीजेपी भी अपनी रणनीति बनाने और एजेंडे को धरती पर उतारने में लगी हुई है. बीजेपी और मोदी सरकार के अगले 4 महीने के कामकाज पर नजर डालें तो राष्ट्रपति का चुनाव, उपराष्ट्रपति का चुनाव, गवर्नरों की नियुक्ति, केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल और इसके बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव जैसे महत्वपूर्ण काम है. इन सभी मामलों में मोदी सरकार और बीजेपी फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है, क्योंकि सरकार और पार्टी के निशाने पर 2024 है. शायद यही वजह है कि सबसे पहले मोदी सरकार और बीजेपी चाहती है कि राष्ट्रपति चुनाव में उसके उम्मीदवार की धमाकेदार ढंग से जीत हो.
हालांकि, राष्ट्रपति चुनाव की अधिसूचना अभी जारी नहीं हुई है, लेकिन अभी से ही वोटों की गुणा गणित में सरकार और बीजेपी लगी हुई है. लिहाजा, राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव के बाद राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किए जाने वाले लोगों के नामों को तय करने के लिए भी बीजेपी में लगातार बैठकों का दौर जारी है. कई दौर की बैठक बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह के बीच हो चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा की भी बैठक इस मुद्दे पर हो चुकी है.
बीजेपी चाहती है कि मनोनयन में भी सामाजिक संतुलन बनी रहे और राष्ट्रपति चुनाव की अधिसूचना जारी होने के पहले मनोनीत किए जाने वाले सदस्यों का मनोनयन हो जाए, ताकि राज्यसभा में वोटों की संख्या सम्मानजनक हो जाए. सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रपति चुनाव में बड़ी जीत के लिए बीजेपी को लगभग 9000 वोटों की दरकार है. अगर मनोनीत सदस्य आ गए तो इसे एक बड़ी जीत सुनिश्चित होगी नहीं तो फासला बढ़ कर लगभग 14000 से ज्यादा वोटों का हो जाएगा.
लिहाजा, मनोनीत होने वाले सदस्यों के नामों को लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पार्टी राज्यसभा ला सकती है तो वहीं अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, सौरव गांगुली खुशबू सुंदर और विजयंत पांडा, विजय शांति और इला राजा के नामों को लेकर भी अटकलें तेज हो गई हैं. दक्षिण भारत को संदेश देने के लिए खुशबू सुंदर को मोदी सरकार राज्यसभा ला सकती है. बंगाल में बड़े पैमाने पर संदेश देने के लिए मिथुन चक्रवर्ती और सौरव गांगुली को भी राज्यसभा लाने की कोशिश कर रही है.
हालांकि, इस मुद्दे पर पार्टी अधिकारिक तौर पर कुछ भी बोलने से बच रही है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि पिछले एक हफ्ते से ज्यादा वक्त से नामों को तय करने के लिए बीजेपी में बैठकों का दौर जारी है और अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही करेंगे.
Source : Vikas Chandra