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किसके फेर में फंस गए अजय माकन

Haryana Rajya Sabha elections: कांग्रेस के महासचिव और राजस्थान के प्रभारी अजय माकन मात खा गए। कांग्रेस ने भीतरघात से बचने के तमाम कोशिश की। लेकिन माकन एक वोट से सियासी बिसात हार गए

Updated on: 12 Jun 2022, 02:40 PM

नई दिल्ली:

हरियाणा में राज्यसभा चुनाव ( Rajya Sabha elections in Haryana ) ने कांग्रेस को करारा झटका दिया है। यहां तक कांग्रेस ने विधायकों के खरीद फरोख्त से बचाने के लिए चार्ट विवान से रायपुर भेजा। लेकिन अंत में कुलदीप बिश्नोई ने हाथ का साथ छोड़ दिया और अजय माकन पराजित हो गए। हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों पर शुक्रवार देर रात बीजेपी के कृष्णलाल पंवार और BJP-JJP से समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने बाजी मार ली। कांग्रेस के महासचिव और राजस्थान के प्रभारी अजय माकन मात खा गए। कांग्रेस ने भीतरघात से बचने के तमाम कोशिश की। लेकिन माकन एक वोट से सियासी बिसात हार गए।
 
अजय माकन की हार के बाद कांग्रेस में सियासी पारा गर्म है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस पूरे मामले पर प्रभारी विवेक बंसल से रिपोर्ट मांगी है। एक हफ्ते के भीतर हरियाणा के प्रभारी राहुल गांधी और सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। अब सवाल उठता है कि क्या कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस के पक्ष में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करते हैं तो अजय माकन जीत जाते। कुलदीप बिश्नोई लगातार बागी रुख अख्तियार किए थे। उनका कहना था कि वो राहुल गांधी से मुलाकात करना चाहते हैं। लेकिन नहीं हो पा रही है। आखिरकार उनकी मुलाकात राहुल गांधी से नहीं पाई और उन्होंने क्रॉस वोट किया।
 
हरियाणा में क्या रहा समीकरण 
 
हरियाणा राज्यसभा चुनाव में कुल 89 मत डाले गए। इनमें 88 वोट वैध पाए गए। पंवार को जीत के लिए 31 वोट चाहिए थे। जबकि कांग्रेस को 30 मत। कांग्रेस का एक वोट रद्द हुआ तो 29 रह गए। वहीं कार्तिकेय को 28 वोट मिले। लेकिन वैध मत की संख्या 88 होने की वजह से कृष्ण लाल पंवार के पहली प्राथमिकता के 1.66 फीसदी वोट कार्तिकेय को मिलने के कारण वह जीत गए। कांग्रेस के पोलिंग एजेंट बीबी बत्रा ने कहा कि कुलदीप बिश्नोई ने पार्टी के प्रत्याशी को वोट नहीं डाला। इस वजह से माकन की हार हुई। 
 
अन्तिम बीजेपी ने निर्दलीयों को कैसे एकजुट किया
 
हरियाणा राज्यसभा चुनाव में BJP और निर्दलीय विधायकों में बड़ा समझौता हुआ था। छह निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी प्रत्याशी कृष्ण लाल पंवार को वोट दिया। जबकि BJP के 15 विधायकों ने निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा के पक्ष में मतदान किया। न्यूज नेशन को सूत्रों ने बताया कि ये सब इसलिए किया गया ताकि निर्दलीय विधायकों पर खरीद फरोख्त के आरोप न लग सकें।
 
खबर ये भी कि पहले तय हुआ था कि BJP के उम्मीदवार को BJP के 31 विधायक वोट करेंगे। लेकिन एक होटल में बैठक में निर्दलीय विधायक इस बात पर अड़ गए थे कि वे कृष्ण लाल पंवार को वोट करेंगे न कि निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा को। लेकिन देर रात बैठक के बाद बीजेपी ने अपनी रणनीति बदलते हुए फैसला लिया कि बीजेपी के 15 विधायक निर्दलीय कार्तिकेय को मत देंगे। और साथ ही बलराज कुंडू को छोड़कर 6 निर्दलीय विधायक बीजेपी प्रत्याशी कृष्ण लाल पंवार को वोट करेंगे।