कांग्रेस ने 71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर पीएम मोदी को भारत का संविधान भेजा. यह संविधान ऑनलाइन भेजा गया था. जो अब रिटर्न हो गया है. ऑर्डर भेजते वक्त कांग्रेस ने लिखा था कि 'डियर प्रधानमंत्री, जल्द ही आप तक भारत का संविधान पहुंच जाएगा. जब आपको देश बांटने से मौका मिल जाए तो इसे पढ़ लीजिएगा.'
27 जनवरी को कांग्रेस ने एक और ट्वीट कर कहा है कि 'भारत के लोगों, हमने कोशिश की लेकिन शायद प्रधानमंत्री को संविधान में कोई दिलचस्पी नहीं है. अब करे तो करें क्या?' इसके साथ में कांग्रेस ने एक स्कीनशॉट शेयर किया है. जिसमें लिखा दिख रहा है कि आपका पैकेज वापस कर दिया गया है.
पे ऑन डिलीवरी पैकेज भेजा
26 जनवरी को 71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर कांग्रेस पार्टी ने पीएम मोदी को भारत का संविधान भेजा. शायद यह संविधान तोहफे में भेजा गया था. कांग्रेस पार्टी ने ऑर्डर का स्क्रीनशॉट पूरे देश के साथ शेयर किया. 27 जनवरी को कांग्रेस ने एक और ट्वीट किया जिसमें यह जानकारी दी गई थी कि उनका ऑर्डर वापस लौटा दिया गया है.
अब इसमें एक पेंच फंसा है. असल में कांग्रेस ने पीएम मोदी को संविधान की प्रति केंद्रीय सचिवालय के ई ब्लाक वाले एड्रेस पर भेजी थी. साथ ही कांग्रेस ने 170 रुपये का पेमेंट करने के बजाय उसे पे ऑन डिलवरी भेजा. अब ऐसे में यह समझ नहीं आ रहा कि क्या सच में कांग्रेस संविधान की प्रति प्रधानमंत्री को भेजना चाहती थी. अगर ऐसा है तो 170 रुपये का पेमेंट करके भेजना चाहिए था. शायद तब वह डिलीवरी हो ही जाती.
Source : Yogendra Mishra