नई दिल्ली, 27 जुलाई (आईएएनएस)। संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की जानी है। विपक्ष मांग कर रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर की सच्चाई सदन और देश की जनता जाने। विपक्ष यह भी चाहता है कि इसके बारे में प्रधानमंत्री जानकारी दें। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एनसीपी (एससीपी) सांसद फौजिया खान ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में सभी पहलुओं पर चर्चा होनी चाहिए।
उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि हमारा आग्रह शुरू से इस बात पर रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के सभी पहलुओं पर सदन में चर्चा की जानी चाहिए। इसकी अच्छाई और बुराई को देश के सामने आना चाहिए। पूरे देश ने एकजुट होकर आतंकवाद फैलाने वाले पाकिस्तान को एक संदेश दिया कि कोई भी राष्ट्र हमारे देश की तरफ आंख उठाकर देख नहीं सकता है। इस मुद्दे पर कश्मीर से कन्याकुमारी तक एकजुटता रही। भारत की सबसे बड़ी उपलब्धि एकता है। इसके अलावा और भी सवाल हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कहते हैं कि दोनों देशों के बीच उन्होंने सीजफायर करवाया। इस पर प्रधानमंत्री की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आती है, उन्होंने इस बात का खंडन तक नहीं किया। सभी प्रश्नों पर चर्चा होगी तो बहुत सारी बातें सामने आएंगी।
वहीं, बिहार एसआईआर पर फौजिया खान ने कहा कि विपक्ष एसआईआर के खिलाफ नहीं है। सबसे पहले, यह समझना जरूरी है कि एसआईआर जरूरी है, और हम इसका स्वागत करते हैं। इस देश के हर नागरिक को वोट देने का अधिकार होना चाहिए, और चुनाव निष्पक्ष होने चाहिए। लेकिन, जो भारत के नागरिक नहीं हैं, उन्हें वोट देने का कोई अधिकार नहीं है। तो हां, यह प्रक्रिया होनी चाहिए और बहुत पहले होनी चाहिए थी। सवाल यह है कि इतने सालों बाद अब क्यों? अगर एसआईआर की शुरुआत की भी गई तो ऐसे समय में जब बिहार में चुनाव होने वाले हैं। लेकिन, एक असली वोटर भी मतदान नहीं कर पाता है तो उसका अधिकार मारा गया। यह लोकतंत्र पर हमला है, इसलिए विपक्ष इसका विरोध कर रहा है।
एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच पर फौजिया खान ने कहा कि मुझे यह बहुत अजीब लगता है कि एक तरफ हम एक देश को कड़ा संदेश दे रहे हैं कि वह हमारी तरफ दुश्मनी की नजर से देखने की हिम्मत न करे, और पूरा देश इस पर एकजुट है। दूसरी तरफ आप उसी देश के साथ क्रिकेट खेल रहे हैं।
--आईएएनएस
एएसएच/एबीएम
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.