बच्चा होने के बाद तुरंत सबसे पहले देखा जाता है कि बच्चा ठीक से सांस ले रहा है कि नहीं.
यह पूरी तरह आपके स्वास्थ्य,गर्भावस्था और आपके बच्चे के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है कि बच्चा स्वस्थ है कि नहीं.
अगर बच्चा सांस ले रहा है, तो जन्म के बाद सीधे आपकी छाती या पेट पर नग्न, त्वचा से त्वचा तक लिटाया जाता है.
इसके बाद अगर बच्चा नार्मल सांस नहीं ले पा रहा है तो उसे वैक्यूम की मदद से सांस दी जाती है. इस दौरान बच्चा रोना भी शुरू कर देता है.
इस प्रक्रिया के दौरान कुछ बच्चे थोड़ा स्तब्ध या घबरा जाते हैं. इस दौरान उनकी सांस लेने में गति धीमी से तेज भी हो सकती है.
जब बच्चा अच्छी तरह से सांस लेना शुरू कर देता है तो उसके स्वास्थ की जांच की जाती है.
इसके बाद जब बच्चा अच्छी तरह से सांस लेने लगता है तो उसे मां के पास ले जाया जाता है ताकि वो उसे गोद में ले सके.