Smuggling of Snakes: दुनिया में इन खतरनाक सांपों की होती है तस्करी, करोड़ों में होती है कीमत!
Smuggling of Snakes: दुनिया के हर कोने में सांपों की तस्करी बड़े पैमाने पर होती है. भारत हो या कई अन्य देश, सांपों की तस्करी इस हद तक चरम पर है कि कई सांपों की कीमत करोड़ों रुपये तक पहुंच गई है.
Smuggling of Snakes: दुनिया के हर कोने में सांपों की तस्करी बड़े पैमाने पर होती है. भारत हो या कई अन्य देश, सांपों की तस्करी इस हद तक चरम पर है कि कई सांपों की कीमत करोड़ों रुपये तक पहुंच गई है.
Smuggling of Snakes: दुनिया भर में सांपों की तस्करी एक गंभीर अपराध बन चुका है. अवैध वन्यजीव व्यापार में सांपों की मांग तेजी से बढ़ रही है, जिससे इनकी तस्करी के मामले भी बढ़ रहे हैं. इन सांपों को उनकी खाल, जहर और कुछ मामलों में पालतू जानवर के रूप में बेचा जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इनमें से कुछ सांप तो ऐसे भी हैं, जिनकी कीमत करोड़ों रुपए में लग जाती है. ऐसे में सवाल है कि आखिर किन सांपों की दुनियाभर में सबसे ज्यादा तस्करी होती है, और इसकी वजह क्या है?
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1. किंग कोबरा (King Cobra)
तस्करों के निशाने पर सबसे ज्यादा किंग कोबरा होता है. यह दुनिया का सबसे जहरीला सांप है. इसके जहर का इस्तेमाल दवाइयों और मेडिकल रिसर्च में किया जाता है. इसकी खाल भी महंगे दामों पर बेची जाती है.
किंग कोबरा Photograph: (Freepik)
2. पाइथन (Python)
पाइथन सांप जहरीला नहीं होता, लेकिन इसकी खूबसूरत खाल की वजह से इसकी तस्करी बड़े पैमाने पर होती है. खासकर अफ्रीकी रॉक पाइथन और बर्मी पाइथन की खाल से बनाए गए बैग, बेल्ट और जूते की इंटरनेशनल मार्केट में भारी मांग है.
पाइथन Photograph: (Freepik)
3. रैटलस्नेक (Rattlesnake)
अमेरिका और मैक्सिको में रैटलस्नेक की तस्करी बहुत होती है. इसके जहर का इस्तेमाल फार्मा इंडस्ट्री में किया जाता है, जिससे कई गंभीर बीमारियों की दवाएं बनाई जाती हैं.
रैटलस्नेक Photograph: (Freepik)
4. ब्लू कर्रेट (Blue Krait)
भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में पाए जाने वाले ब्लू कर्रेट की भी भारी तस्करी होती है. इसका जहर न्यूरोटॉक्सिन होता है, जिसका उपयोग कैंसर और न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर की दवाओं में किया जाता है.
ब्लू कर्रेट Photograph: (Freepik)
5. वाइपर (Viper)
वाइपर सांप अपने खतरनाक जहर के लिए मशहूर है. इसका जहर एंटी-वेनम (सांप के काटने की दवा) बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. कई देशों में इसकी भारी मांग के कारण यह तस्करों के लिए एक बड़ा शिकार बन चुका है.
वाइपर Photograph: (Freepik)
6. रेड बोआ (Red Boa)
इस सांप की तस्करी भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में बड़ी संख्या में की जाती है. भारत में कई जगहों पर इस सांप का इस्तेमाल काले जादू के लिए किया जाता है. इसके अलावा इस सांप से दवाइयां भी बनाई जाती हैं.
रेड बोआ Photograph: (Freepik)
तस्करी के मुख्य कारण क्या होते हैं?
दवा उद्योग – सांपों के जहर का उपयोग कई गंभीर बीमारियों की दवाओं में किया जाता है.
खाल और फैशन इंडस्ट्री – कई बड़े ब्रांड सांपों की खाल से बैग, बेल्ट और जैकेट बनाते हैं.
पालतू जानवर के रूप में – कुछ दुर्लभ सांपों को लोग पालतू जानवर के रूप में भी खरीदते हैं.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में तस्करी का जाल
सांपों की तस्करी खासतौर पर भारत, थाईलैंड, चीन, अफ्रीका, ब्राजील और इंडोनेशिया से होती है. इन देशों में तस्कर सांपों को पकड़कर अंतरराष्ट्रीय बाजार में ऊंचे दामों पर बेचते हैं. दुनिया में सांपों की तस्करी एक गंभीर समस्या बन गई है. सरकारें और वन्यजीव संरक्षण संगठन लगातार इस पर कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन फिर भी काला बाजार फल-फूल रहा है. इस अवैध कारोबार पर लगाम लगाने के लिए कड़े कानून और सख्त निगरानी की जरूरत है, ताकि इन दुर्लभ प्रजातियों को बचाया जा सके.