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दुनिया का सबसे बड़ा थिएटर फेस्टिवल NSD में शुरू, देश के 15 शहरों में होगा आयोजन

इस कार्यक्रम का उद्घाटन महाराष्ट्र के राज्यपाल महामहिम माननीय श्री रमेश बैस और एनएसडी अध्यक्ष परेश रावल करेंगे.

Updated on: 27 Jan 2024, 06:20 PM

नई दिल्ली:

दुनिया के सबसे बड़े थिएटर फेस्टिवल भारत रंग महोत्सव(BRM) का आयोजन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा(NSD)में किया जा रहा है. इस कार्यक्रम की घोषणा फेस्टिवल के 25 साल पूरे होने पर किया जा रहा है. ये प्रोग्राम 1 फरवरी से लेकर 21 फरवरी, 2024 तक होने जा रहा है. ये फेस्टिवल देश के 15 शहरों में होंगे. इसमें 21-दिवसीय थिएटर फेस्टिवल है जिसमें 150 से अधिक प्रदर्शन, कार्यशालाएं, चर्चाएं और मास्टरक्लास शामिल हैं. आपको बता दें कि इस वर्ष भारत रंग महोत्सव की 25वीं सालगिरह होने पर मनाई जा रही है.

इस वर्ष का थीम वसुधैव कुटुंबकम-वंदे भारंगम

बारे में मीडिया से बात करते हुए एनएसडी सोसाइटी के अध्यक्ष श्री परेश रावल, भारंगम के रंगदूत पंकज त्रिपाठी, एनएसडी के डायरेक्टर श्री चितरंजन त्रिपाठी, सुश्री वाणी त्रिपाठी, एनएसडी के कुल सचिव आदि ने शामिल हुए. इस वर्ष होने वाले कार्यक्रम का थीम "वसुधैव कुटुंबकम-वंदे भारंगम” दिया गया है. इस रंगमंच के माध्यम से वैश्विक एकता को बढ़ावा देना, सामाजिक सद्भाव को और मजबूत करने के उद्देश्य से किया जा रहा है. इस प्रदर्शन कला के जरिए विभिन्न संस्कृतियों को एक साथ लाकर एक साझा वैश्विक परिवार की भावना जगाने की कोशिश की जा रही है.
 
माननीय राज्यपाल रमेश बैस करेंगे उद्घाटन

इस वर्ष भारत रंग महोत्सव की शुरुआत 1 फरवरी 2024 को मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर द परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) से होगा. इस कार्यक्रम का उद्घाटन महाराष्ट्र के राज्यपाल महामहिम माननीय श्री रमेश बैस और एनएसडी अध्यक्ष परेश रावल करेंगे. उद्घाटन समारोह के बाद आशुतोष राणा द्वारा एक भव्य नाटक "हमारे राम" का मंचन किया जाएगा.
 
एनएसडी के निदेशक चितरंजन त्रिपाठी ने कहा कि हम भारत रंग महोत्सव के 25वें साल की शुरुआत कर रहे हैं. यह सच में एक अहम मौका है जो कलात्मक उत्कृष्टता और सांस्कृतिक विविधता के प्रति हमारी स्थायी जिम्मेदारी को दर्शाता है. हम रंगमंच के जादू को बढ़ावा देने, विभिन्न आवाजों और लोक कथाओं को आगे बढ़ने के लिए एक विशल मंच प्रदान करने के लिए समर्पित हैं. इस वर्ष का उत्सव न केवल बहुत शानदार होगा बल्कि प्रदर्शन कलाओं की परिवर्तनकारी शक्ति में हमारे दृढ़ विश्वास को भी दर्शाएगा.
 
इन शहरों में होगा आयोजन

इस उत्सव का 25वां साल कई मायनों में खास होगा क्योंकि इस रंगमंच के उत्सव में अलग-अलग नाटकीय आवाज़ों को एक साथ लाने का काम करता है. इस महोत्सव में दर्शकों को इंटरनेशनल प्रजेंटेशन, लोक और पारंपरिक नाटकों, मॉडर्न आर्ट, बैचलर शो केस और कॉलेजिएट नुक्कड़ नाटकों सहित कई नाटकीय कार्यक्रम देखने को मिलेंगे. महोत्सव मुंबई, पुणे, भुज, विजयवाड़ा, जोधपुर, डिब्रूगढ़, भुवनेश्वर, पटना, रामनगर, श्रीनगर, वाराणसी, बेंगलूरू, गेंगटोक और अगरत्तला के साथ दिल्ली में आयोजित किया जाएगा. इससे थिएटर की परिवर्तनकारी शक्ति का राष्ट्रव्यापी उत्सव सुनिश्चित होगा.
 
छिपी हुई प्रतिभा की खोज करेगा

महोत्सव में एक पायलट प्रोजक्ट के रूप में इस वर्ष ‘रंग हाट’ भी शुरू किया जा रहा है. इसका उद्देश्य एशिया में वैश्विक थिएटर बाजार तैयार करना और एक्टिंग फील्ड में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है. रंग हाट थिएटर कलाकारों, प्रोग्राम करने वालों को, संरक्षकों और समर्थकों को एकजुट करेगा. इसके साथ ही छिपी हुई प्रतिभा की खोज को भी बढ़ावा देने का काम करेगा. अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं का प्रदर्शन करेगा और रचनात्मक तथा वित्तीय साझेदारी दोनों के मध्य  समांजस्य बनाएगा. 
 
आयोजन में कई प्रदर्शनियां, निर्देशक-दर्शक संवाद, चर्चाएं और सेमिनार थिएटर के विभिन्न पहलुओं को उजागर करने, सार्थक बातचीत को बढ़ावा देने का काम करेगा. इस कार्यक्रम के जरिए उपस्थित लोग अनुभवी कलाकारों के साथ मास्टरक्लास में भाग ले सकते हैं. इसके अलावा जीवंत रंग हाट में डूब सकते हैं, और फूड बाज़ार में विविध व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं.