कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के कारण देशभर में लॉकडाउन घोषित है. बस, ट्रेन और अन्य सार्वजनिक वाहन बंद पड़े हैं. ऐसे में पत्नी के मायके में फंस जाने के कारण एक व्यक्ति ने वियोग में फआंसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मामला उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोंडा जिले का है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
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पुलिस के मुताबिक, मृतक का नाम राकेश सोनी है और उसकी उम्र 32 साल है. वह जिले के थाना कोतवाली नगर के अन्तर्गत राधा कुण्ड मोहल्ले में रहता था. मृतक की पत्नी पिछले दिनों मायके चली गई थी और लॉकडाउन के कारण वहां से आ नहीं पा रही थी. वह पत्नी के वियोग को बर्दाश्त न कर सका और उसने फांसी लगाकर जान दे दी. पुलिस ने कहा कि मृतक का शव कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई की जा रही है.
मायके से लौटी पत्नी को पति ने नहीं आने दिया घर
उत्तर प्रदेश से ही बीते दिनों इसके उलट एक मामला सामने आया था. बलिया जिले में कोरोना वायरस के भय से पति ने पत्नी को घर के अंदर नहीं आने दिया. दरअसल, महिला अपने मायके में गई थी और करीब दो महीने बाद अपने ससुराल लौटकर आई तो पति ने कोरोना वायरस संक्रमण के खौफ से पत्नी को घर में रखने से इनकार कर दिया था.
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28 वर्षीय बबीता देवी नाम की महिला बिहार राज्य के सीवान जिला के राजानगर गांव की रहने वाली है. करीब पांच साल पहले उसकी उत्तर प्रदेश के बलिया निवासी गणेश प्रसाद से शादी हुई थी. बबीता दो महीने पहले मायके सीवान गई थी. वहां से लौटकर अपने ससुराल पहुंची थी. बबीता देवी बताया कि उनके पति ने कोरोना वायरस संक्रमण के डर से उसे घर में रखने से मना कर दिया है.
गौरतलब है कि लॉकडाउन के कारण पूरा देश बंद है. कोविड-19 का संक्रमण फैलने की आशंका में आने-जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है.गलियां सूनी हैं, सड़कें सुनसान हैं और खौफ की वजह से लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं.
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