क्या आपने कभी सोचा है कि ये पानी के जहाज डूबते क्यों नहीं हैं? हममें से कई लोगों ने देखा होगा कि जहाज नदियों और समुद्र के बीच शान से चलते हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि वे डूबते क्यों नहीं हैं? आज हम जानेंगे कि जहाज़ों को पानी पर तैरने के लिए कैसे डिज़ाइन किया जाता है. ये एक ऐसा जवाब है जो इस क्षेत्र से जुड़े लोग ही दे सकते हैं. तो परेशान होने की जरूरत नहीं है हम आपको बताएंगे कि इसके पीछे का साइंस क्या है? पानी वाले जहाज, या जलयान, विश्व के सबसे प्रमुख और सुरक्षित यातायात साधनों में से एक हैं. यहां हम जानेंगे कि पानी वाले जहाज डूबते क्यों नहीं हैं.
जहाज को बनाते समय रखा जाता है ध्यान
जब पानी वाले जहाज को बनाया जाता है तो उसके निर्माण सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है.पानी वाले जहाजों का निर्माण बहुत ही सैकड़ों टेक्निकल पैरामीटर्स को ध्यान में रखकर किया जाता है. इन जहाजों का डिज़ाइन, बनावट, और होल्डिंग पॉवर की परिभाषा इतनी मजबूत होती है कि वे जल में डूबने के लिए अप्रत्याशित होते हैं.
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जहाजों के किनारे लगे होते हैं बोयें
आपने देखा होगा कि जहाजों के किनारे बोयें लगे होते हैं. ये बोयें पानी वाले जहाज के लिए काफी अहम होते हैं. पानी वाले जहाजों की बोयें उन्हें जल के सतह पर बनाए रखती हैं, जो उन्हें स्थिरता प्रदान करती हैं. पानी वाले जहाजों की एर्जी सिस्टम भी उन्हें सुरक्षित और स्थिरता प्रदान करती है. इन जहाजों में प्रयोग किए जाने वाले ऊर्जा स्रोत और तकनीक उन्हें स्थिरता की गारंटी देते हैं. पानी वाले जहाजों को स्थिरता और सुरक्षा के लिए उचित तरीके से कंट्रोल किया जाता है. इन जहाजों में तकनीकी नियंत्रण और सुरक्षा उपाय लिए जाते हैं ताकि वे हर स्थिति में सुरक्षित रहें.
करता है आर्किमिडीज सिद्धांत
वहीं, जहाज आर्किमिडीज के सिद्धांतों पर काम करता है. यानी कि अगर आप समझें तो आर्किमिडीज का सिद्धांत कहता है कि अगर आप पानी में डूबी हुई किसी वस्तु पर ऊपर की ओर कोई वस्तु रखते हैं तो वह अपने वजन के बराबर पानी विस्थापित करते हुए नीचे की ओर बढ़ती है, जबकि जहाज के अंदर की हवा विस्थापित हो जाती है, इसका घनत्व पानी से बहुत कम होता है. यही कारण है कि पानी ले जाने वाले जहाज डूबते नहीं हैं.
Source : News Nation Bureau