World Thinking Day: 'विश्व सोचने का दिन' एक विशेष दिन है जो प्रत्येक वर्ष 22 फरवरी को मनाया जाता है. इस दिन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को समाज में समाजसेवा, विचार-विमर्श, और ग्लोबल समस्याओं पर विचार करने के लिए प्रेरित करना है. यह दिन उन युवाओं को समर्पित है जो विश्वभर में आपसी समझ और विचार-विमर्श के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन की प्रेरणा लेते हैं. विश्व सोचने के दिन को विश्व में एक समानता, समाज सेवा, और विश्वव्यापी समरसता के महत्व को उजागर करने के लिए बड़े धूमधाम से मनाया जाता है.
इतिहास:
World Thinking Day की शुरुआत 1926 में ओलेव बेडन-पावेल द्वारा की गई थी, जो वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ गर्ल गाइड्स एंड गर्ल स्काउट्स की संस्थापक थीं. यह दिन लॉर्ड बेडन-पावेल, स्काउटिंग के संस्थापक और उनकी पत्नी ओलेव बेडन-पावेल के जन्मदिन को दर्शाता है.
World Thinking Day का उद्देश्य:
World Thinking Day का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर की लड़कियों और महिलाओं को एकजुट करना और उनके बीच साहचर्य, बहनत्व और समझ को बढ़ावा देना है.
इस दिन लड़कियां और महिलाएं विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेती हैं, जैसे कि:
सांस्कृतिक कार्यक्रम: विभिन्न देशों की लड़कियां अपनी संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करती हैं.
शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम: लड़कियों और महिलाओं के लिए शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
सामाजिक कार्य: लड़कियां और महिलाएं सामाजिक कार्यों में भाग लेती हैं, जैसे कि वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान, आदि.
World Thinking Day 2024 का विषय:
World Thinking Day 2024 का विषय अभी तक घोषित नहीं किया गया है.
World Thinking Day का महत्व:
World Thinking Day एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह दुनिया भर की लड़कियों और महिलाओं को एकजुट करता है और उन्हें सशक्त बनाने में मदद करता है. यह दिन लड़कियों और महिलाओं को अपनी क्षमताओं को पहचानने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करता है.
World Thinking Day के बारे में कुछ रोचक तथ्य:
World Thinking Day पहली बार 1926 में मनाया गया था.
यह दिन हर साल 22 फरवरी को मनाया जाता है.
यह दिन दुनिया भर की 10 मिलियन से अधिक लड़कियों और महिलाओं द्वारा मनाया जाता है.
इस दिन विभिन्न देशों की लड़कियां अपनी संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करती हैं.
World Thinking Day एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह दुनिया भर की लड़कियों और महिलाओं को एकजुट करता है और उन्हें सशक्त बनाने में मदद करता है.
Source : News Nation Bureau