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बंटवारे ने दो भाइयों को अलग किया, 74 साल बाद इस तरह मिले 

पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत से जोड़ने वाले करतारपुर कॉरिडोर के कारण दोनों भाइयों का मिलन हो पाया.

Updated on: 14 Jan 2022, 02:30 PM

highlights

  • वीडियो में दोनों भाई एक-दूसरे को पकड़कर रोते हुए दिखाई दिए
  • वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है
  • रिपोर्ट के अनुसार, ए​​क भाई सिद्दीक पाकिस्तान के फैसलाबाद में हैं

नई दिल्ली:

भारत और पाकिस्तान का बंटवारा 1947 में हुआ था. उस समय मोहम्मद सिद्दीक नवजात अवस्था में थे. इस दौरान उनका परिवार भी बंटवारे का शिकार हो गया. इस त्रासदी में बड़े भाई हबीब भारत में रह गए. 74  साल बाद, पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत से जोड़ने वाले करतारपुर कॉरिडोर के कारण दोनों भाइयों का मिलन हो पाया. दोनों भाइयों का भावुक कर देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. यह लोगों का दिल भी जीत रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, सिद्दीक पाकिस्तान के फैसलाबाद में हैं. वहीं, हबीब भारत के पंजाब में रहते हैं. वीडियो में दोनों भाई एक-दूसरे को पकड़कर रोते हुए दिखाई दिए. तो वहीं आसपास खड़े लोग एकटक उन्हें ही देख रहे हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया के जरिए हबीब के परिवार ने उनके बिछड़े भाई का पता लगाया और फिर जब सिखों के पावन तीर्थ स्थल करतापुर कॉरिडोर को खोला गया, तब दोनों को मिलवाने की तैयारी भी की. हबीब ने इस दौरान अपने भाई को बताया कि उन्होंने शादी नहीं की और  मां की सेवा करते रहे. हालांकि, परिवार के सदस्यों के मिलन का यह अकेला मामला नहीं. पंजाब के होशियारपुर जिले की रहने वाली सुनीता देवी ने भी पाकिस्तान में रह रहे अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए सीमा पार की. बंटवारे के वक्त सुनीता देवी के पिता भारत में ही रह गए, मगर उनके भाई पाकिस्तान के फैसलाबाद चले गए थे.