कोरोना वायरस (Corona Virus) का फैलाव रोकने के लिए 'लॉकडाउन' लागू है. मगर इसका असर दिहाड़ी मजदूरों और श्रमिकों का पड़ा है. इसी का नतीजा है कि आर्थिक तंगी झेल रहे एक व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह मामला बिहार के लखीसराय जिले से सामने आया है. मृतक की पहचान 45 वर्षीय महेश राम के रूप में हुई है, जिसकी लॉकडाउन (lockdown) की वजह से आर्थिक स्थिति बिगड़ गई थी. आखिरकार परेशान महेश ने गले में रस्सी डालकर मौत को गले लगा लिया. फिलहाल सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और आगे की कार्रवाई में जुट गई.
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जानकारी के मुताबिक, लखीसराय के कवेया इलाके में रहने वाले 9 सदस्यीय परिवार में महेश राम की अकेला कमाने वाला था. वह पसिया टोला स्थित चौक के पास चाय की दुकान चलाता था. लॉकडाउन के कारण उसकी दुकान बंद हो गई थी. स्थानीय लोगों और वार्ड पार्षद नीरज कुमार ने की मानें तो मृतक लॉकडाउन के कारण पिछले कुछ दिनों से आर्थिक और मानसिक परेशानी से जूझ रहा था.
बताया जा रहा है कि मृतक के घर में शुक्रवार से पैसे के अभाव में भोजन नहीं बना था. जिसके का कारण पूरा परिवार शुक्रवार से ही भूखा था. घर के मुखिया होने के नाते परिवार के सदस्यों को भूखे रहना सहन नहीं कर पाया और गले में रस्सी बांधकर आत्महत्या कर की. घटना की जानकारी होने पर थाना पुलिस मौके पहुंची और लाश को अपने कबजे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले गई.
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उधर, पुलिस इस घटना के पीछे वजह पारिवारिक विवाद को बता रही है. सदर एसडीओ मुरली प्रसाद सिंह ने बताया कि राशन कार्ड से उसे 35 किलो अनाज दिया गया था, ऐसा प्रतीत नहीं होता है कि अनाज के कारण जान गई थी. उन्होंने कहा कि पिता पुत्र में कुछ विवाद हुआ था. उसी के लिए पिता आक्रोशित होकर आत्महत्या की है. इस मामले की जानकारी ली जा रही है. मामले को लेकर डीलर से भी पूछताछ की गई.
Source : News State