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नोबेल पुरस्कार पाने वाले पहले एशियाई व्यक्ति थे सी.वी. रमन, जानें क्यों मिला था ये सम्मान

चंद्रशेखर वेंकट रमन (C.V. Raman) भारतीय वैज्ञानिक थे जिन्हें 1930 में फिजिक्स में नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ था। उन्होंने "रमन प्रक्षेपण" नामक प्रक्रिया का अध्ययन किया

Updated on: 29 Feb 2024, 05:34 PM

नई दिल्ली :

चंद्रशेखर वेंकट रमन (C.V. Raman) भारतीय वैज्ञानिक थे जिन्हें 1930 में फिजिक्स में नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ था। उन्होंने "रमन प्रक्षेपण" नामक प्रक्रिया का अध्ययन किया, जिसमें प्रक्षेपित प्रकाश का विद्युत-ध्वनिक विवेकन किया गया। इस प्रभावी अनुसंधान के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। रमन एक प्रमुख भारतीय वैज्ञानिक और भारतीय विज्ञान संस्थान के पहले निदेशक भी थे। उनके योगदान ने भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी को महत्वपूर्ण बदलाव में मदद की। सी.वी. रमन 7 नवंबर 1888 को भारत के तमिलनाडु राज्य में जन्मे एक प्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी थे। उन्हें "प्रकाश के प्रकीर्णन पर उत्कृष्ट कार्य" के लिए यह पुरस्कार मिला था। उन्होंने रमन प्रभाव की खोज की थी, जो प्रकाश के प्रकीर्णन का एक विशेष रूप है। रमन प्रभाव के अनुसार, जब प्रकाश एक पारदर्शी माध्यम से गुजरता है, तो कुछ प्रकाश विक्षेपित होता है और तरंग दैर्ध्य में परिवर्तन होता है। यह घटना अणुओं और प्रकाश के बीच बातचीत के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है। रमन प्रभाव का उपयोग विभिन्न प्रकार के अनुप्रयोगों में किया जाता है, जैसे कि रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी, जो रासायनिक विश्लेषण के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है। सी.वी. रमन नोबेल पुरस्कार जीतने वाले पहले एशियाई व्यक्ति थे। 

मनाया जाता है नेशनल साइंस डे 

आपको बता दें कि रमन ने एक ग्राउंड ब्रेकिंग एक्सपेरिमेंट किया जिसने अंततः उन्हें 28 फरवरी 1928 में फिजिक्स में नोबेल पुरस्कार दिलाया.  उन्होंने प्रकाश के प्रकीर्णन को देखकर प्रकाश की क्वांटम नेचर के एविडेंस की खोज की, एक ऐसा इफेक्ट जिसे रमन इफेक्ट के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन को भारत में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस National Science Day के रूप में मनाया जाता है. इसके अलावा भी सीवी रमन की कई उपलब्धियां हैं. जिसके लिए देश उन पर गर्व करता है. 

उनकी खोज ने भारतीय विज्ञान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उनकी अन्य उपलब्धियां:

1924 में उन्हें रॉयल सोसाइटी का फैलो चुना गया था।

1930 में उन्हें भारत सरकार ने "सर" की उपाधि प्रदान की थी।

1954 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

सी.वी. रमन भारत के सबसे प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों में से एक थे। उनकी खोज ने विज्ञान की दुनिया में क्रांति ला दी और भारत को वैज्ञानिक अनुसंधान के एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद की।