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टीपू सुल्‍तान के सिंहासन को ब्रिटिश सरकार किसी भारतीय को नहीं देना चाहती

टीपू सुल्तान के सिंहासन को ब्रिटिश सरकार बेचना चाहती है. वो भी अपने नागरिक को. जानिए सिंहासन इतना खास क्यों है.

Updated on: 13 Nov 2021, 02:16 PM

नई दिल्ली :

टीपू सुल्तान को मैसूर के टाइगर के नाम से जाना जाता है. टीपू सुल्तान ने अंग्रेजों के खिलाफ अपनी बहादुरी दिखाई थी. मैसूर के सुल्तान हैदर अली के बड़े बेटे थे  टीपू सुल्तान। टीपू सुल्तान ने लोहे का रॉकेट बनाया था, जो दुनिया का पहला रॉकेट माना जाता है. टीपू सुल्तान को लेकर एक बड़ी खबर है, खबर ये कि टीपू सुल्तान के सिंहासन को ब्रिटिश सरकार बेचना चाहती है. सिंहासन इतना खास क्यों है. तो उसके लिए आपको बता दें कि टीपू सुल्तान के सिंहासन पर सोने के बाघ लगे हुए हैं. और बात यहीं खत्म नहीं होती इसके साथ ब्रिटिश सरकार केवल ब्रिटिश नागरिक को ही ये सिंहासन बेचना चाहती है. जिससे ये सिंहासन उनके ही देश में रहे. आपको बताते चलें कि बाघ के मुकुट में जो आभूषण लगे हैं उनकी कीमत करीब 15 लाख पाउंड बताई जा रही है. ब्रिटिश सरकार के इस कदम से ब्रिटेन की गैलरी को काफी फायदा होगा. क्योंकि अगर ब्रिटेन में रहता है तो कभी भी गैलरी इसको ले सकती है.

आपको बताते चलें कि टीपू सुल्तान के सिंहासन में आठ सोने के बाघ बने हुए हैं. टीपू सुल्तान को हम मैसूर के शेर के नाम से भी जानते हैं.

टीपू सुल्तान के बाघ के सर पर लगे मुकुट टीपू सुल्तान की पहचान हैं. ये इतिहास का एक प्रतीक है. ब्रिटिश सरकार का यही मानना है कि ये सिंहासन ब्रिटेन से बाहर नहीं जाए. आपको बताते चलें कि ब्रिटेन में टीपू सुल्तान का इतिहास अलग है. वहां टीपू सुल्तान से जुड़ी वस्‍तुओं को बहुत जरूरी माना जाता है.