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पत्नी से पीड़ित पतियों का गम कम करेगा ये आश्रम, रहने के साथ मिलती हैं ये सुविधाएं 

इसकी खास बात ये है कि आश्रम में वे ही शख्स प्रवेश कर सकेंगे जो दूसरी शादी का विचार मन में नहीं लाते हैं.

Updated on: 22 Jan 2022, 01:13 PM

highlights

  • औरंगाबाद जिले से 12 किलोमीटर की दूरी पर शिरडी मुंबई हाईवे पर मौजूद है
  • आश्रम में सलाह लेने वालों की संख्या आए दिन बढ़ती जा रही है
  • हाईवे पर आश्रम दूर से देखने में एक छोटा सा कमरा लगता है

नई दिल्ली:

सोशल मीडिया पर ऐसे कई मीम बनते रहते हैं, जिसमें पति पत्नी की प्रताड़ना सहता दिखाई दे रहा है. इस पर कई जोक आए दिन सामने आते रहते हैं. आए दिन पति-पत्नी के बीच तलाक और शादी टूटने की खबरें भी सामने आती रहती हैं. अब पतियों को इस परेशानी से निकालने के लिए एक ऐसा आश्रम सामने आया है, जहां वह आश्रय  ले सकता है. इसकी खास बात ये है कि आश्रम में वे ही शख्स प्रवेश कर सकेंगे जो दूसरी शादी का विचार मन में नहीं लाते हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ये आश्रम महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले से 12 किलोमीटर की दूरी पर शिरडी मुंबई हाईवे पर मौजूद है. आश्रम में सलाह लेने वालों की संख्या आए दिन बढ़ती जा रही है. 

अब तक 500 लोग सलाह ले चुके हैं. हाईवे पर स्थि​त ये आश्रम दूर से देखने में एक छोटा सा कमरा लगता है. मगर अंदर जाते ही यह आश्रम की तरह प्रतीत होता है. कमरे के अंदर जाते ही एक कार्यालय बना हुआ है, यहां पर पत्नी से परेशान लोगों को सलाह दी जाती है. हर शनिवार, रविवार की सुबह दस से शाम छह बजे तक पत्नी से पीड़ितों की काउंसलिंग की जाती है. 

छत्तीसगढ़, गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश से यहां पर लोगों के आने का तांता लगा रहता है. यहां पर रहने वाले लोग खिचड़ी सब्जी दाल बनाते है. जो भी पुरुष आश्रम में सलाह लेने आता है, उसको खिचड़ी खिलाई जाती है. आश्रम में तीन वर्ग बनाए गए हैं. हर वर्ग अलग-अगल परेशानियों से जोड़कर रखा जाता है.

इस शर्त पर मिलती है एंट्री
 
इस आश्रम में रहने के लिए एक कठिन रखी गई है, इसके मुताबिक यहां पर वही पति रह सकता है जिस पर उसकी पत्नी ने कम से कम 20 मामले दर्ज किए हों. करीब 1200 वर्गफीट के स्थान पर बने इस आश्रम में तीन कमरे हैं. यहां हर शनिवार और रविवार को पत्नी पीड़ितों की काउंसलिंग होती है. आश्रम में रहने वाले पुरुष पेसे खर्च कर यहां का खर्चा उठाते हैं और खाना बनाकर दूसरे काम स्वयं ही करते हैं.