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14 की उम्र में शादी, 18 की उम्र में दो बच्चे, फिर भी नहीं मानी हार और बन गई IPS Officer

लगातार तीन बार फेल होने के बाद उनके पति ने अंबिका को वापस घर लौटने के लिए रिक्वेस्ट की. लेकिन अंबिका वापस नहीं लौटीं और अपने पति से आखिरी बार एग्जाम देने की अनुमति मांगी.

Updated on: 26 Jan 2021, 08:52 AM

नई दिल्ली:

इंसान के इरादे मजबूत हों तो उसके रास्ते में अड़ंगा डालने वाला बड़े से बड़ा पहाड़ भी रेत बनकर ढह जाता है. आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने पूरे देश की लड़कियों और महिलाओं के लिए मिसाल पेश की है. इस महिला ने ऐसा कारनामा कर दिखाया, जिसके बारे में एक सामान्य इंसान सोच भी नहीं सकता है. ऐसा नहीं है कि इस महिला के सामने मुसीबतें नहीं आई, बस फर्क सिर्फ इतना था कि इन्होंने कभी हार नहीं मानी.

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तमिलनाडु की रहने वाली एन. अंबिका (N Ambika) की 14 साल की उम्र में ही पुलिस कॉन्स्टेबल के साथ शादी हो गई थी. शादी के चार साल बाद 18 की उम्र में वे दो बच्चों की मां बन चुकी थीं. इसके बावजूद उन्होंने हालातों के सामने हार नहीं मानी और जिंदगी में बड़ा मुकाम हासिल करने के लिए संघर्ष करती रहीं. एक बार की बात है, अंबिका अपने पति के साथ गणतंत्र दिवस समारोह में पहुंची थीं. जहां उन्होंने देखा कि उनके पति अपने अधिकारियों को सैल्यूट कर रहे हैं.

अधिकारियों को सैल्यूट करते हुए देख अंबिका के मन में कई बड़े सवाल खड़े हो गए. उन्होंने अपने पति से पूछा कि आखिर वे कौन थे, जिन्हें सैल्यूट किया जा रहा था. अंबिका के इस सवाल पर उनके पति ने बताया कि वे उनके सीनियर अधिकारी हैं जो आईपीएस अधिकारी हैं. फिर क्या था, अंबिका ने भी आईपीएस बनने की ठान ली. हालांकि, अंबिका के लिए एक आईपीएस अधिकारी बनना इतना आसान नहीं था क्योंकि वे शादी के वक्त 10वीं पास भी नही थीं.

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इन सभी परिस्थितियों के बावजूद अंबिका ने अपने सपनों को कमजोर नहीं होने दिया. उन्होंने सबसे पहले तो 10वीं एक प्राइवेट संस्थान से 10वीं और 12वीं पास की और फिर ग्रेजुएशन पूरी की. आईपीएस अधिकारी बनने के लिए अंबिका को अभी सिविल सर्विसेस एग्जाम भी देने थे, जिसकी कोचिंग के लिए उन्हें चेन्नई जाना पड़ा. ऐसे में उनके पति अपने ड्यूटी के साथ-साथ दोनों बच्चों की भी देखरेख करते रहे. अंबिका सिविल सर्विसेस एग्जाम (Civil Services Exam) में तीन बार फेल हुईं.

लगातार तीन बार फेल होने के बाद उनके पति ने अंबिका को वापस घर लौटने के लिए रिक्वेस्ट की. लेकिन अंबिका वापस नहीं लौटीं और अपने पति से आखिरी बार एग्जाम देने की अनुमति मांगी. पति की इजाजत मिलने के बाद अंबिका ने चौथी बार एग्जाम दिया और साल 2008 में पास होकर आईपीएस ऑफिसर (IPS Officer) बन गईं. आईपीएस ऑफिसर बनने के बाद अंबिका को महाराष्ट्र में पहली पोस्टिंग मिली. फिलहाल वे मुंबई में डीसीपी की पोस्ट पर कार्यरत हैं, जिन्हें अब लेडी सिंघम के नाम से जाना जाता है.