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First Organic State: देश के इस इकलौते राज्य को मिला खास तमगा, जानें क्या है उपलब्धि

लंदन की वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने सिक्किम को दुनिया के पहले जैविक प्रदेश का प्रमाण पत्र दिया है.

Updated on: 06 Mar 2023, 01:09 PM

highlights

  • सिक्किम दुनिया का पहला जैविक राज्य बना
  • रासायनिक खाद के बिना यहां होती है खेती
  • लंदन की वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने जारी किया प्रमाण पत्र

नई दिल्ली:

दुनिया में खेती के लिए इस्तेमाल हो रहे बड़ी मात्रा में खाद और कीटनाशक दवाओं से जमीनें बंजर हो रही हैं. हालात इतने बुरे होते जा रहे हैं कि जहां पर ज्यादा कीटनाशक दवाओं का प्रयोग किया जा रहा है वहां की जमीनों में अब जान तक नहीं बची है. वहां ना तो फसलों का उत्पादन हो रहा है और ना ही कोई पेड़ पौधे तैयार हो रहे हैं. कृषि के क्षेत्र में काम करने वाली संस्थानों ने कई राज्यों में खाद और कीटनाशक दवाओं के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने की तैयारी कर रही है. वहीं, भारत का एक राज्य ऐसा भी है जहां बिना पेस्टिसाइड्स हजारों हैक्टेयर में खेती कर नया कीर्तिमान हासिल किया है. सिक्किम ने यह उपलब्धि अपने नाम किया है. लोग भी ऑर्गेनिक अनाज लेने के लिए मार्केट में पहुंच रहे हैं. यहां बिना कीटनाशक दवाओं और खाद से खेती की जा रही है. जैविक खेती करने के लिए पूर्वोत्तर के इस राज्य को दुनिया के पहले जैविक राज्य का सिर्टिफिकेट मिला है. हालांकि, सिक्कम को जैविक राज्य का दर्जा पहले ही मिल गया था, लेकिन प्रमाण पत्र जारी नहीं हुआ था. सोमवार को लंदन ने इसे जारी किया है.   

लंदन की वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने सिक्किम को दुनिया के पहले जैविक प्रदेश का प्रमाण पत्र दिया है. सिक्किम को अपराध मुक्त और बेहतर प्रशासन वाला राज्य भी माना गया है. केंद्रीय संचार मंत्रालय ने सिक्किम को बधाई दी है. पहला जैविक प्रदेश बनने पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सिक्किम के चार मंत्रियों के साथ एक विशेष डाक कवर भी जारी किया. 

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पहले 75 हजार हैक्टेयर में जैविक खेती
सिक्किम में सिर्फ प्राकृतिक खादों से अनाज पैदा किया जाता है. इसमें गाय-भैंस के गोबर, कंपोस्ट खाद, नीम खाद आदि का इस्तेमाल होता है. इससे जमीन की गुणवत्ता भी खराब नहीं होती और हवा पानी भी दूषित नहीं होते. सिक्किम ने पहले 75 हजार हेक्टेयर जमीन पर जैविक खेती की शुरुआत की. इसके तहत सिक्किम की सरकार ने तय जमीन पर फर्टिलाइजर्स के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी थी. नियमों के उल्लंघन पर भारी जुर्माने का प्रावधान किया गया. इससे राज्य में जैविक खेती करने के प्रति किसानों की रुचि बढ़ी. आज राज्य की सारी खेती प्राकृतिक खेती पर निर्भर है. यहां की सारी खेती जैविक तरीके से की जाती है. 

सिक्किम ने पेश किया मिसाल

भारत में अनाज उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 1960 में हरित क्रांति की शुरुआत हुई थी, लेकिन अनाज उत्पादन के लिए बड़ी मात्रा में फर्टिलाइजर्स का इस्तेमाल होने लगा, जिससे मिट्टी की गुणवत्ता और पानी, हवा बुरी तरह प्रभावित हो गई. आज देश और दुनिया में फर्टिलाइजर्स की कमी पर जोर दिया जा रहा है. ऐसे में भारत के पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम ने जैविक खेती को बढ़ावा देकर एक मिसाल पेश की.