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Lockdown के बाद खुला बार्बर सैलून, कुछ ही घंटों में लखपति बन गई ऑनर, पढ़ें पूरी खबर

दोपहर लगभग एक बजे उनकी दुकान पर एक ग्राहक आया और बाल कटवाने के बाद उसने टिप के तौर पर उस महिला को 2500 अमेरिकी डॉलर दे दिए और चला गया.

Updated on: 19 May 2020, 07:08 PM

नई दिल्ली:

चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा दी है. अकेले अमेरिका में ही लगभग एक लाख लोगों की मौत कोरोना वायरस के संक्रमण से हो गई है. इसे रोकने के लिए भारत सहित दुनिया के कई देशों ने अपने यहां लॉकडाउन किया है. अमेरिका में भी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लॉकडाउन किया गया था. इसकी वजह से पूरी दुनिया में सभी तरह के कारोबार पूरी तरह से ठप हो गए हैं. हालांकि अब कुछ देशों में लॉकडाउन में ढील भी दी गई है. अमेरिका सैलून के मालकिन ने भी अपनी बार्बर शॉप खोल दी और कुछ ही घंटों में लखपति बन गया.

अमेरिका के कोलोराडो राज्य में लॉकडाउन की वजह से बार्बर शॉप काफी दिनों से बंद थी. जैसे ही लॉकडाउन में ढील दी गई सैलून एक बार फिर खोल दिए गए ऐसे में एक सैलून की मालकिन और हेयर स्टाइलिस्ट इलिसिया नोवोटनी ने भी लॉकडाउन में ढील के बाद अपनी दुकान खोल दी और ग्राहकों के इंतजार में बैठीं थीं. दोपहर लगभग एक बजे उनकी दुकान पर एक ग्राहक आया और बाल कटवाने के बाद उसने टिप के तौर पर उस महिला को 2500 अमेरिकी डॉलर दे दिए और चला गया.

सैलून की मालकिन नोवोटनी ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से वो कई दिनों से अपने खर्चों को बड़ी मुश्किल से पूरा करने की कोशिश कर रही थी. लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद नोवोटनी ने अपना सैलून खोला और सैलून खुलने के बाद एक बेहद साधारण सा दिखाई देने वाला शख्स बाल कटवाने आया और बाल कटवाने के बाद उसने एक मोटी रकम का भुगतान किया. यहां आपको बता दें कि उस व्यक्ति ने न सिर्फ सैलून मालकिन को ही मोटी रकम भुगतान किया बल्कि उसने सैलून के मैनेजर को एक हजार डॉलर, रिसेप्शनिस्ट को भी 500 डॉलर की टिप दी फिर वहां से चला गया.

आप यकीन नहीं करेंगे कि इतने अमेरिकी डॉलर को अगर हम इस रकम को भारतीय करंसी में बदलें तो यह करीब एक लाख 89 हजार रुपये होता है. यानि कि आपने कुछ ही घंटों में एक लाख 89 हजार रुपये कमा लिए. उस शख्स के चले जाने के बाद सैलून की मालकिन और हेयर स्टाइलिस्ट ने उस शख्स को धन्यवाद देते हुए कहा, 'इस पैसे की उन्हें बेहद जरूरत थी. हम बता नहीं सकते कि ये पैसा हमारे लिए कितना मायने रखता है.'