न्यूटन का नियम भी फेल! दिल जीत लेगा झरने का अद्भुत नजारा
Reverse WaterFall: उल्टी गंगा तो आपने भी सुना होगा लेकिन क्या कभी आपने सुना है कि झरना भी उल्टा बह सकता है? अगर पहली बार सुन रहे हैं तो चौंकिए नहीं ये सच है. भारत के ही एक राज्य में प्रकृति का अद्भुत नजारा सजता है.
highlights
- बरसात में झरने की खूबसूरती निखर जाती है
- लाखों की भीड़ झरने को देखने हर साल उमड़ती है
- न्यूटन के नियम को भी फेल कर देता है ये झरना
नई दिल्ली:
Reverse WaterFall: अक्सर हिंदी कहावतों में हम कहते हैं किसी कि उल्टी गंगा बहती है जिसका मतलब होता के लीक से हट कर कुछ उलट ही काम करना. उल्टी गंगा तो आपने भी सुना होगा लेकिन क्या कभी आपने सुना है कि झरना भी उल्टा बह सकता है? अगर पहली बार सुन रहे हैं तो चौंकिए नहीं ये सच है. भारत के ही एक राज्य में प्रकृति का अद्भुत नजारा सजता है. यहां लाखों की भीड़ इस अनोखे झरने को देखने को उमड़ती है.
दरअसल हम यहां महाराष्ट्र के नानेघाट झरने (Naneghat Reverse Waterfall )की बात कर रहे हैं. नानेघाट झरना (Naneghat Reverse Waterfall )अपनी अद्भुत प्रकृति को लेकर लंबे समय से रहस्यमयी रहा है. ये नानेघाट झरना (Naneghat Reverse Waterfall ) दूसरे झरनों की तरह ऊपर से नीचे की ओर नहीं बल्कि नीचे से ऊपर की तरफ बहता है. झरना पुणे में जुन्नार के पास है. बरसात के दिनों में इस झरने (Naneghat Reverse Waterfall ) की अद्भुत छठा और ज्यादा निखर जाती है.
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रहस्मयी झरना क्यूं बहता है उल्टा
नानेघाट के इस झरने (Naneghat Reverse Waterfall ) के पीछे जानकारों का दावा है कि यह सब तेज हवा का खेल है. तेज हवा के बल से झरने की पानी उल्टी दिशा बहने लगता है. कहा जाता है कि नानेघाट का झरना न्यूटन के नियम ग्रेवटी को फेल कर देता है. बता दें नानेघाट का ये नजारा (Naneghat Reverse Waterfall ) देखने के लिए 5 से 6 घंटे का ट्रेकिंग रास्ता है.
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