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the kerela story ( Photo Credit : social media )
केरल में हुए जातीय धर्मांतरण पर आधारित फिल्म द केरल स्टोरी शनिवार को सिनेमा हॉल में रिलीज हो गई , लेकिन इस फिल्म के रिलीज होने के साथ ही सियासी विवाद भी शुरू हो गया है. प्रदेश में कांग्रेस ने इस फिल्म को बीजेपी का पाखंड करार दिया, तो वही भाजपा ने कांग्रेस को सच्चाई का सामना करने की नसीहत देते हुए कहा कि यथार्थ से पेट में दर्द क्यों हो रहा है? बीजेपी ने मध्य प्रदेश सरकर की तर्ज पर राजस्थान में भी इस फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग की है .
फिल्मों के जरिये बीजेपी पाखंड फैला रही
द केरल स्टोरी फिल्म को लेकर कांग्रेस पद से गोविंद सिंह डोटासरा ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा से ही इसी तरह के उलटे पाखंड करेगी, इसके अलावा उनके पास कोई काम नहीं है करने को. डोटासरा ने कहा को इस तरह की समाज मे दर्भावना पैदा करने वाली फिल्मों को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बड़े गर्व से मीडिया को बयान देते हैं. इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा. हालांकि डोटासरा ने कहा कि उस फ़िल्म में क्या है उसको मैंने देखा नहीं, उसके बारे में ज्यादा जानकारी भी नही है। लेकिन बीजेपी इस तरह के उल्टे कामों के जरिए लोगों को धर्म के नाम पर बैठने की कोशिश करती है। किस तरह से धर्म के नाम पर लोगों में सूट गले यह नीति बीजेपी और आरएसएस की हमेशा से रही है .
यर्थार्थ पर पेट मे दर्द क्यों
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि कई बार इतिहास में इस प्रकार की घटना घटित होती है जो शर्मसार करने वाली होती है. धर्मांतरण की घटनाओं से लेकर लव जिहाद की घटनाओं ने देश को तोड़ने का काम किया है. इस प्रकार की घटनाओं को सामने लाने के लिए अगर कोई निर्माता फिल्म बनाता है तो ये तो अच्छी बात है, इन तरह की फिल्मों का बनना चाहिए। लेकिन उसे अगर कांग्रेस के नेताओं के पेट में दर्द होता है तो या अनुचित है. द केरल स्टोरी यथार्थ के ऊपर बनी हुई है इतिहास इस बात का साक्षी है कि इस तरह की घटनाएं हुई है. इन घटनाओं को चित्रण करना , लोगों को दिखाना , लोगों को जानकारी देना कहीं पर कोई गलत नहीं है.
Source : News Nation Bureau