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तुर्किये: भूकंप के मलबे ​से निकली नवजात 'अया', हजारों के लिए बनी आंख का तारा

तुर्किये में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है. इसने हजारों लोगों को बेघर कर दिया है. बीते सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप ने 21 हजार लोगों की जान ले ली है.

Updated on: 10 Feb 2023, 07:17 PM

highlights

  • 7.8 तीव्रता के भूकंप ने 21 हजार लोगों की जान ले ली 
  • बच्ची को गोद लेने के लिए कई लोग सामने आए हैं
  • 'अया' गर्भनाल के जरिए अपनी मां से जुड़ी हुई थी

नई दिल्ली:

तुर्किये में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है. इसने हजारों लोगों को बेघर कर दिया है. बीते सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप ने 21 हजार लोगों की जान ले ली है. यहां पर तेजी से बचाव कार्य और राहत कार्य जारी है. यहां पर मरने वालों का आंकड़ा ज्यादा हो सकता है. हर तरफ मातम छाया हुआ है. तुर्किये के साथ सीरिया में भी इसी तरह का हाल है. हर तरफ गमगीन आंखें दिखाई दे रही हैं. इस बीच सीरिया के उत्तर पश्चिम इलाके में भूकंप में गिरी एक इमारत में जन्म लेने वाली बच्ची की कहानी भी लोगों को रुला देगी. इस बच्ची को गोद लेने के लिए कई लोग सामने आए हैं.  

बच्ची का नाम 'अया' रखा 

मलबे में जन्म लेने वाली बच्ची का नाम 'अया' है. यह अरबी नाम है. इसका अर्थ करिश्मा होता है. इस बच्ची को जब बाहर निकाला गया तो वह गर्भनाल के जरिए अपनी मां से जुड़ी हुई थी. भूकंप  के कारण अया की मां,​ पिता और चारों भाई-बहन की मौत हो गई. वह इस समय अस्पताल में है. 

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 'अया' की देखभाल करने वाले डॉक्टर का कहना है कि जब वह सोमवार को यहां पर आई थी तो बेहद बुरी हालत में थी. उनके शरीर में कई जगहों पर सूजन और जख्म देखा गया. उसके शरीर का तापमान काफी कम था. वह बड़ी कठिनाई से सांस ले रही थी." अब इस बच्ची की हालत स्थिर बताई जा रही है. 

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो 

बचाव कर्मियों की ओर से 'अया' को बचाने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक शख्स धूल से लिपटी एक नवजात बच्ची को मलबे से बाहर निकालता दिख रहा है. इसके बाद बच्ची के दूर के रिश्तेदार खलील, अल-सुवादी ने उसे सीरियाई शहर अफ़रिन में डॉ मारूफ़ को सौंप दिया. 

इस घटना के बाद से हजारों लोग सोशल मीडिया पर बच्ची गोद लेने का प्रयास कर चुके हैं. एक शख्स ने कहा 'इस बच्ची को गोद लेकर उसे एक अच्छी जिंदगी देने का प्रयास करूंगा. एक कुवैती एंकर का कहना है ​कि अगर कानून इस बात की इजाजत दे तो मैं इस बच्ची को गोद लेकर देखभाल करने को तैयार हूं.'  

अस्पताल ने इस बात से किया इनकार

जिस अस्पताल में 'अया' भर्ती है, वहां के प्रबंधक खालिद अतीया ने बताया कि उन्हें दुनियाभर से बच्ची को गोद लेने के लिए दर्जनों बार कॉल आया. अतीया का कहना है कि वे फिलहाल किसी को उसे गोद लेने की इजाजत नहीं देने वाले हैं. जब तक उसके दूर के रिश्तेदार वापस नहीं आते हैं तब तक वह उसे अपनी बेटी तरह रखेंगे. उनकी बेटी 'अया' से चार माह बड़ी है. इस समय डॉ अतीया की पत्नी बच्ची का ख्याल रख रही हैं. 'अया'  को दूध पिला रही हैं. 'अया' के होम टाउन जिंदयारिस अभी भी बचाव अभियान चलाया जा रहा है.