368 पेड़ों का काम करेगा ये आर्टिफिशियल पेड़, प्रदूषण को इकट्ठा कर छोड़ेगा शुद्ध हवा

धातुओं से बने इस पेड़ की ऊंचाई 14 फीट है. यह पेड़ एक खास लैब में बनाए जा रहे हैं जो माइक्रो एलगी की मदद से दूषित हवा को साफ करता है और 365 दिन फोटोथिंसेसिस प्रक्रिया की मदद से स्वच्छ हवा वापस छोड़ता है.

धातुओं से बने इस पेड़ की ऊंचाई 14 फीट है. यह पेड़ एक खास लैब में बनाए जा रहे हैं जो माइक्रो एलगी की मदद से दूषित हवा को साफ करता है और 365 दिन फोटोथिंसेसिस प्रक्रिया की मदद से स्वच्छ हवा वापस छोड़ता है.

author-image
Sunil Chaurasia
एडिट
New Update
368 पेड़ों का काम करेगा ये आर्टिफिशियल पेड़, प्रदूषण को इकट्ठा कर छोड़ेगा शुद्ध हवा

रोबोटिक पेड़

पृथ्वी पर लगातार बढ़ रहा प्रदूषण का स्तर हम सभी के लिए बहुत चिंता का विषय है. प्रदूषण को कम करने के लिए सभी देशों की सरकारें अलग-अलग उपाय अपना रही हैं. इसी कड़ी में मैक्सिको के इंजीनियरों ने एक खास तरह का रोबोटिक पेड़ बनाया है. ये रोबोटिक पेड़ वाहनों, कारखानों, ज्वालामुखी से निकलने वाले प्रदूषण को नियंत्रण में रखेगा. इस रोबोटिक पेड़ का निर्माण बायोमिटेक नामक कंपनी ने किया है, इसका नाम बायोअर्बन रखा गया है. प्रोटोटाइप मॉडल के आधार पर बनाए गए ये मानवनिर्मित पेड़, बिल्कुल असली पेड़ों की तरह काम करेंगे.

Advertisment

ये भी पढ़ें- Video: बारिश के दौरान शख्स के ऊपर गिरी बिजली, उसके बाद जो हुआ.. मंजर देख कांप जाएगी रूह

बायोअर्बन वातावरण में फैल रहे प्रदूषण को खींचकर साफ हवा को छोड़ेगा. रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि ये पेड़ विशेषतौर पर ज्यादा उम्र के लोगों, साइकिल चलाने वाले लोगों, पैदल चलने वाले लोगों और खेलने-कूदने वाले लोगों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होगा. 35 लाख रुपए की लागत में बनने वाला ये पेड़ एक दिन में करीब 2,890 लोगों के लिए शुद्ध हवा बनाने में सक्षम है. धातुओं से बने इस पेड़ की ऊंचाई 14 फीट है. यह पेड़ एक खास लैब में बनाए जा रहे हैं जो माइक्रो एलगी की मदद से दूषित हवा को साफ करता है और 365 दिन फोटोथिंसेसिस प्रक्रिया की मदद से स्वच्छ हवा वापस छोड़ता है.

ये भी पढ़ें- UP: 10 साल तक बड़ी बेटी का रेप करता रहा दरिंदा, फिर छोटी बेटी पर खराब हुई नीयत तो खुल गया कच्चा-चिट्ठा

बायोअर्बन को बनाने वाले इंजीनियरों की मानें तो यह पेड़ कुल अकेले अपने दम पर 368 असली पेड़ों के बराबर काम करेगा. हालांकि इन पेड़ों के आने की वजह से फिलहाल असली पेड़ों की संख्या में किसी भी प्रकार की कटौती करने का कोई प्लान नहीं है. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इन आर्टिफीशियल पेड़ों को उन जगहों पर ही लगाया जाएगा, जहां ज्यादा उम्र के लोगों, साइकिल चलाने वाले लोगों, पैदल चलने वाले लोगों और खेलने-कूदने वाले लोगों और वाहनों की संख्या अधिक है.

Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो

Mexico Mexico Engineers Robotic Tree Biomitech Artificial Tree Bio Urban
      
Advertisment