मां बनने के बाद बिगड़ने लगी महिला की तबियत, अल्ट्रासाउंड में सामने आई ऐसी सच्चाई, पैरों तले खिसक गई जमीन

बच्ची को जन्म देने के कुछ दिन बाद से ही आशा की तबियत खराब रहने लगी. जिसके बाद आशा के पति मनोज ने कई डॉक्टरों के चक्कर काटे.

बच्ची को जन्म देने के कुछ दिन बाद से ही आशा की तबियत खराब रहने लगी. जिसके बाद आशा के पति मनोज ने कई डॉक्टरों के चक्कर काटे.

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Sunil Chaurasia
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मां बनने के बाद बिगड़ने लगी महिला की तबियत, अल्ट्रासाउंड में सामने आई ऐसी सच्चाई, पैरों तले खिसक गई जमीन

पीड़िता आशा की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट

बिहार के सुपौल जिले से एक बेहद ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां सदर थाना क्षेत्र की रहने वाली आशा नाम की महिला ने 20 जुलाई 2017 को एक बच्ची को जन्म दिया था. मैरी गोल्ड रौनक राज अस्पताल में महिला की ऑपरेशन के जरिए डिलीवरी कराई गई थी. लेकिन हैरान कर देने वाली बात ये है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला को करीब 3 घंटे तक ऑपरेशन थिएटर में ही रखा था.

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बच्ची को जन्म देने के कुछ दिन बाद से ही आशा की तबियत खराब रहने लगी. जिसके बाद आशा के पति मनोज ने कई डॉक्टरों के चक्कर काटे, लेकिन कहीं भी आशा की दिक्कतों की वजह सामने नहीं आ रही थीं. आखिरी बार मनोज अपनी पत्नी को एक डॉक्टर के पास ले गया, जहां डॉक्टर ने आशा को कुछ दवाइयां लिखकर दीं और मनोज से कहा कि दवाइयों से कोई फायदा नहीं होता तो उन्हें अल्ट्रासाउंड कराना होगा. मनोज ने आशा का अल्ट्रासाउंड कराया तो रिपोर्ट देखने के बाद उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई.

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अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट के मुताबिक आशा के शरीर से दाईं किडनी गायब थी. मनोज ने बताया कि डिलीवरी से पहले आशा की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में दोनों किडनियां मौजदू थीं. मनोज के सामने बीवी की बॉडी से गायब हुई किडनी का सारा कच्चा-चिट्ठा खुल चुका था. जिसके बाद मनोज ने पूरे मामले की शिकायत डीएम, एसपी और सीएस से कर मदद की मांग की है.

मामले की गंभीरता को लेकर एसपी मृत्यंजय कुमारी चौधरी ने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है. दोषी पाए जाने पर अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. तो वहीं इस पूरे मामले को आरोपित अस्पताल के संचालक डॉ. मनोज कुमार ने झूठा करार दिया है. मामले की जांच जमा कराने की आखिरी तारीख 22 जनवरी दी गई है.

Source : News Nation Bureau

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