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पांच दशक बाद सही पते पर पहुंची चिट्टी, देखकर महिला के उड़ गए होश!

आज भले ही आप एक क्लिक में अपने दोस्तों और रिश्तेदारों तक संदेश भेज देते हैं लेकिन एक जमाना ऐसा भी होता था जब लोग अपनों की खैर खबर जानने के लिए उन्हें चिट्ठियां लिखा करते तो और उसके बाद महीनों तक उसके उत्तर का इंतजान किया करते थे.

Updated on: 24 Sep 2023, 02:22 PM

highlights

  • 53 साल बाद सही पते पर पहुंची चिट्ठी
  • पुरानी चिट्ठी देखकर हैरान रह गई महिला
  • 1969 में भेजी गई चिट्ठी 2023 में मिली

New Delhi:

आज हम और आप भले ही एक सेकंड में अपने दोस्तों या रिश्तेदारों को व्हाट्सएप या फिर किसी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से अपने मैसेज भेज देते हैं लेकिन करीब 20 साल पहले लोग अपने सगे संबंधियों को चिट्टी लिखकर ही संदेश भेजा करते थे, कई बार तो चिट्ठियां महीनों और सालों में सही पते पर पहुंचा करती थीं. इसी बीच एक ऐसी चिट्टी की घटना सामने आई है जिसे जानकर कोई भी हैरान रह जाएगा. क्योंकि ये चिट्ठी एक दो महीन में नहीं बल्कि पूरी पांच दशक पूरा करने के बाद सही पते पर पहुंची. ये जानकर भले ही आपको हैरानी हो रही हो लेकिन पोर्टलैंड में रहने वाली एक महिला को एक ऐसी ही चिट्ठी मिली. जो उसे 53 साल बाद मिली.

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53 साल बाद सही पते पर पहुंची चिट्ठी

दरअसल, पोर्टलैंड में रहने वाली एक महिला को एक चिट्ठी मिली. जिसे 1969 में भेजा गया था. लेकिन ये चिट्ठी पहुंचने में इतनी लेट हो गई कि वह जुलाई 2023 में सही पते पर पहुंची. यानी चिट्ठी को पहुंचने में पूरा 53 साल का वक्त लग गया. महिला ने जब ये चिट्ठी देखी दो वह इसे देखकर हैरान रह गई कि ये चिट्ठी 53 साल पहले भेजी गई थी. ये चिट्ठी अब सोशल मिडिया में वायरल हो रही है. बता दें कि पोर्टलैंड की रहने वाली फेसबुक यूजर जेसिका मीन्स को ये चिट्ठी मिली. जेसिका उसी पते पर रह रही थीं जहां का पता इस चिट्ठी में लिखा था. हालांकि ये जेसिका के लिए नहीं बल्कि मिस्टर और मिसेज रेने ए गगनन के नाम भेजा गया था. ये पत्र गगनन तक पहुंच जाए इसके लिए जेसिका ने एक पोस्‍ट लिखी.

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महिला ने लिखी सोशल मीडिया पोस्ट

महिला ने इस चिट्ठी को उसके असली मालिक तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखी. जिसमें उसने लिखा, 'इस रहस्य को सुलझाने में मेरी मदद करें! हो सकता है कि आपको या आपके किसी जानने वाले को गैगनन्स याद हो या उसके पास कोई सुराग हो कि 2023 में तल्हासी से इसे किसने भेजा होगा! यह पोस्टकार्ड आज आया, इस पोस्‍टकार्ड पर पता मिस्टर एंड मिसेज रेने गगनन या वर्तमान निवासी लिखा गया था. जिसे 15 मार्च, 1969 को पेरिस से पोस्ट किया गया था. हालांकि इसे अपने गंतव्य तक पहुंचने में 54 साल लग गए. इस पर ताल्हासी, फ्लोरिडा का पता लिखा है और 12 जुलाई 2023 का नया पोस्टमार्क है. 1969 को पेरिस से पोस्टमार्क किया गया था हालांकि, इसे अपने गंतव्य तक पहुंचने में 53 साल लग गए!

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जुलाई 2023 की लगी थी मुहर

53 साल पहले भेजी गई इस चिट्ठई को 12 जुलाई, 2023 का टालहासी, फ्लोरिडा का नया पोस्टमार्क लगा हुआ है. महिला ने लिखा इसमें जानबूझ कर पूर्व या वर्तमान निवासी के नाम पर एड्रेस करते हुए भेजा गया और नया डाक टिकट जानबूझकर लगाया गया था, तो यह पेरिस से टालहासी से मेन तक कैसे पहुंचा? महिला ने बताया कि पोस्टकार्ड पर ताजा मुहर और 12 जुलाई, 2023 की तारीख अंकित है. इस चिट्ठी में लिखा है, प्रिय लोगों जब तक आप इसे प्राप्त करेंगे, तब तक मैं घर आ चुका होगा, लेकिन इसे टूर एफिल जहां मैं अभी हूं, वहां से इसे भेजना अच्‍छा लग रहा है. मुझे ये जगह देखने का ज्यादा मौका तो नहीं लेकिन मजा आ रहा है.