Kshama Bindu Sologamy Marriage: खुद से शादी करने के फैसले को लेकर गुजरात की 24 वर्षीय क्षमा बिंदु चर्चाओं में आ गई है. क्षमा बिंदु 11 जून खुद की दुल्हन बनने जा रही हैं. इसके लिए उनके परिवार और दोस्त- रिश्तेदारों ने तैयारियां भी करना शुरू कर दिया है. क्षमा के फैसले से जहां बहुत से लोग हैरत में वहीं कुछ लोग उनके कड़े विरोध में हैं. क्षमा के विरोध में भाजपा की नेता सुनीता शुक्ला आगे आई हैं. उनका कहना है कि क्षमा ने मंदिर में शादी करने की बात कही है. जबकि हिंदू धर्म में ऐसी शादियों की मान्यता नहीं है, इसलिए ये शादी मंदिर में नहीं होगी.
सोलोगैमी का कॉन्सेप्ट नया नहीं
खुद से शादी करने के कॉन्सेप्ट को सोलोगैमी कहा जाता है. बता दें खुद से ही शादी रचाने का ये कॉन्सेप्ट समाज में नया नहीं है. इस ट्रेंड को विदेशी कहा जा सकता है. इस मैरिज ट्रेंड की शुरुआत करीब दो दशक पहले हुई थी.सबसे पहले मशहूर प्रोटोगोनिस्ट कैर्री ब्रेडशॉ ने खुद से शादी करने की बात कही थी. इसके बाद लॉकडाउन में कई लोगों ने इस ट्रेंड को फॉलो किया. वहीं अब भारत में क्षमा बिंदु का केस आ रहा है.
ऐसी शादी को भारत सरकार से मान्यता नहीं
भारत में अभी भी सेम सेक्स मैरिज को कानूनी नहीं माना गया है. एक लिंग के लोग आपस में प्रेम संबंध में हैं तो उन्हें कुछ अधिकार जरूर दिए गए हैं लेकिन वे शादी नहीं कर सकते. एशिया में केवल ताइवान ही एक ऐसा देश है जहां सेम सेक्स मैरिज को कानूनी मान्यता प्राप्त है. इसी तरह खुद से शादी करने वाले सोलोगैमी कॉन्सेप्ट को भारत सरकार मान्यता नहीं देती है. इस बीच अभी भी ये सवाल बना हुआ है कि खुद से प्यार करने वाली क्षमा खुद से कैसे शादी रचा पाएंगी.
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HIGHLIGHTS
- 11 जून को करने जा रही है क्षमा शादी
- सोलोगैमी का कॉन्सेप्ट नया नहीं है
- कानूनी मान्यता नहीं मिलती है शादी को