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सलवार-सूट में WWE की रिंग में धाक जमाई कविता, अब इसलिए हुई रेसलिंग से दूर

रेसलिंग के दूरी की वजह कविता ने बताई. उन्होंने बताया कि वो कुछ वक्त से एसीएल की चोट से पीड़ित थी. इसके बाद उनके पति को कोरोना हो गया. वो जनवरी से भारत में ही हैं.

Updated on: 04 Sep 2021, 11:09 AM

नई दिल्ली :

लड़कियां अगर मोम की गुड़िया है तो पर्वत से भी मजबूत उनकी हिम्मत है. वो अगर चाह ले तो दुनिया को फतह कर सकती है. कविता देवी उसी मजबूती का उदाहरण हैं. WWE में हिस्सा लेने वाली भारत की पहली महिला कविता देवी एक बार फिर से रिंग में उतरने को तैयार हैं. कविता देवी रिंग में उतरने से पहले अपनी परंपरा को नहीं भूलती है. वो सलवार-सूट में ही विरोधी को चित कर देती हैं. काफी वक्त से कविता देवी रिंग में नहीं उतरी थी. जिसके बाद कयास लगाये जाने लगे थे कि वो अब रिसलिंग को अलविदा कह देंगी. लेकिन इस कयास पर कविता ने पूर्ण विराम लगा दिया है.

एसीएल की चोट से पीड़ित थी कविता देवी

रेसलिंग के दूरी की वजह कविता ने बताई. उन्होंने बताया कि वो कुछ वक्त से एसीएल की चोट से पीड़ित थी. इसके बाद उनके पति को कोरोना हो गया. वो जनवरी से भारत में ही हैं. उन्होंने कहा कि मुझे अपने परिवार के साथ यहां रहना ज्यादा जरूरी था. इसलिए अमेरिका वापस नहीं जाने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि मेरे लिए डब्ल्यूडब्ल्यूई में हर कोई अविश्वसनीय रूप से सहायक रहा है, उसके लिए मैं कृतज्ञता से भर गया हूं. उन्होंने कहा कि मैं अभी घर पर हूं. लेकिन मैं अभी भी WWE का हिस्सा हूं.

'वहां नहीं होने का दुख है, लेकिन परिवार को थी मेरी जरुरत'

कविता को कंपनी ने 2017 में साइन किया था. वो पहली बार माई यंग क्लासिक टूर्नामेंट में हिस्सा लिया. इसके बाद कई मैच खेल. आखिरी बार जुलाई 2019 में उन्हें टीवी पर देखा गया. उन्होंने आगे बताया कि WWE ने मेरे लिए बहुत कोशिश की. उन्होंने मेरे लिए शो के दौरान उपयोग किए जाने वाले वीडियो संदेश को फिल्माना भी संभव बना दिया. मुझे व्यक्तिगत रूप से वहां नहीं होने का दुख था, लेकिन मुझे अपने परिवार के साथ घर पर रहना पड़ा.

'WWE से अभी भी जुड़ी हुई हूं'

मीडिया से बातचीत में देवी ने खुलासा किया कि वो अभी भी भारत में डब्ल्यूडब्ल्यूई के लिए एक राजदूत के रूप में शामिल रहेंगी और जल्द ही भारत में प्रतिभाओं की तलाश कर सकती हैं. उन्होंने आगे कहा कि डब्ल्यूडब्ल्यूई में अविश्वसनीय भारतीय प्रतिभाएं हैं और मैं उन्हें यहां घर पर चैंपियन बनाना जारी रखूंगी. जिसमें कोट्टायम की संजना जॉर्ज भी शामिल हैं, जिन्होंने हाल ही में ऑरलैंडो में डब्ल्यूडब्ल्यूई प्रदर्शन केंद्र में एक विकासात्मक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं. 

'नए टैलेंट की करूंगी खोज'

उन्होंने आगे बताया कि अब मैं डब्ल्यूडब्ल्यूई सुपरस्टार की अगली पीढ़ी के लिए अवसर पैदा करने में मदद करना चाहती हूं. मैं भारत की हर उस छोटी लड़की के लिए प्रेरणा बनना चाहता हूं जिसका सपना है. मैं अब अपने परिवार के साथ घर पर हूं, लेकिन मैं अभी भी अपने सपने को जी रही हूं और मैं भविष्य को लेकर उत्साहित हूं.