सजा सिर्फ इंसानों की नहीं, बल्कि जानवरों को भी मिलती है. हालांकि आपने अभी तक ये सुना होगा कि देश की अदालत सिर्फ इंसानों को सजा सुनाती है, लेकिन इस बार जानवर को भी सजा सुनाई है. जी हां आपने ठीक सुना. यहां एक काला बंदर को अदालत ने सजा सुनाया है. कानपुर चिड़ियाघर प्रशासन का कहना है कि तीन साल में अपने काटने के स्वभाव को न बदलने के कारण अब बंदर को जीवन भर पिंजड़े में ही रहना होगा. वहीं दूसरी ओर महिलाओं से खास दुश्मनी रखने वाले इस कालिया बंदर की उम्रकैद की सजा सुनते ही महिलाएं काफी खुश हैं.
Source : News Nation Bureau