प्रधानमंत्री मोदी के 11 साल विकसित भारत के संकल्प-सिद्धि की आधारशिला : मोहन यादव
Indore Couple: सोनम से पांच साल छोटा है राज कुशवाहा, ऐसे एक-दूसरे से दोनों को प्यार हुआ; जानें दोनों की पूरी कहानी
श्रीलंका: स्कूलों में डेंगू और चिकनगुनिया को रोकने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी
भारतीय रियल एस्टेट मार्केट ग्लोबल वर्कस्पेस की मांग को पूरा करने के लिए तैयार: रिपोर्ट
मोदी सरकार के 11 सालों में भारत की साख बढ़ी, विकास की नई मिसाल कायम : विधायक सरोज कुमार पाढ़ी
प्रोड्यूसर संग 'गे-रिलेशनशिप' में था ये मशहूर एक्टर, लगाया था छेड़खानी का आरोप, एकता कपूर ने खोली थी पोल
IPL 2025 में इन 9 बल्लेबाजों ने लगाए शतक, जानिए कौन-कौन है लिस्ट में शामिल
बप्पी लहरी के पोते रेगो बी का ‘यारा’ गाना रिलीज, बोले- यह दोस्तों को समर्पित
'ठग लाइफ' विवाद : थिएटर सुरक्षा याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल सुनवाई से किया इनकार

इस ग्रह पर पानी की नहीं बल्कि होती है पत्थरों की बारिश, चलती हैं तूफानी हवाएं

Mysterious Planet: नेचर जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में कहा गया कि वैज्ञानिकों ने हबल स्पेस टेलीस्कोप के माध्यम से धरती से 1300 प्रकाश वर्ष दूर मौजूद WASP-178b नाम के एक ग्रह को देखा गया.

Mysterious Planet: नेचर जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में कहा गया कि वैज्ञानिकों ने हबल स्पेस टेलीस्कोप के माध्यम से धरती से 1300 प्रकाश वर्ष दूर मौजूद WASP-178b नाम के एक ग्रह को देखा गया.

author-image
Suhel Khan
New Update
planets

Planets( Photo Credit : Social Media)

Mysterious Planet: कुछ साल पहले वैज्ञानिकों ने दो ग्रहों की खोज की जो काफी रहस्यमयी थे यानी ये ग्रह बाकी ग्रहों के अलग थे. इनका आकार गुरु ग्रह के बराबर है. यह दोनों ग्रह हमारे मिल्की वे गैलेक्सी में अपने तारे के पास मौजूद हैं. बताया जाता है कि ये दोनों ग्रह तारे के इतने नजदीक हैं कि ज्यादा तापमान की वजह से वे गर्म हो जाते हैं उसके बाद इनमें से एक ग्रह पर वाष्पीकृत पत्थरों की बारिश होने लगती है. वहीं दूसरे पर टाइटेनियम जैसी शक्तिशाली धातु भी वाष्प बन जाती है, ये दोनों क्रियाएं उन ग्रहों के ज्यादा तापमान की वजह से होती हैं. वैज्ञानिकों ने दो स्टडी में इन दोनों ग्रहों के बारे में जानकारी दी थी.

Advertisment

ये भी पढ़ें: Mysterious Island: इस खूबसूरत आइलैंड पर साल में सिर्फ एक बार जा सकते हैं लोग, जानिए क्यों?

1300 प्रकाश वर्ष दूर हैं ये ग्रह

ऐसा माना जाता है कि वैज्ञानिक आकाशगंगा में फैली विविधता, जटिलता और अनोखे रहस्यों के बारे में इन ग्रहों के जरिए पता लगा सकते हैं. यही नहीं बाह्यग्रहों से ब्रह्माण्ड में ग्रहों के तंत्र में विकसित होने की विविधता के बारे में इनसे पता लगाया जा सकता है. नेचर जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में कहा गया कि वैज्ञानिकों ने हबल स्पेस टेलीस्कोप के माध्यम से धरती से 1300 प्रकाश वर्ष दूर मौजूद WASP-178b नाम के एक ग्रह को देखा गया. बता दें कि इस ग्रह को जहां देखा गया है वहां के वायुमंडल में सिलिकॉन मोनोऑक्साइड गैस मौजूद है.

publive-image

दिन में नहीं होते बादल, रात में चलती हैं तूफानी हवाएं

शोधकर्ताओं का कहना है कि इस रहस्यमयी ग्रह पर दिन में बादल नहीं होते, लेकिन रात में दो हजार मील प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलती हैं. ये ग्रह अपने तारे के बेहद नजदीक मौजूद है. इसके साथ ही इस ग्रह का एक हिस्सा अपने तारे की तरफ हमेशा रहता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस ग्रह के दूसरी ओर सिलिकॉन मोनऑक्साइड का इतनी ठंडी हो जाती है जिसकी वजह से बादल से पानी की जगह पत्थरों की बारिश होने लगती है.

publive-image

सुबह-शाम में भाप बन जाते हैं पत्थर

यही नहीं इस ग्रह पर सुबह और शाम को तापमान बहुत ज्यादा हो जाता है. जिसके चलते पत्थर भी भाप बन जाते हैं. शोधकर्ताओं के मुताबिक, पहली बार सिलिकॉन मोनोऑक्साइड को इस रूप में देखा गया. एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में दूसरी स्टडी प्रकाशित की गई जिसमें कहा कहा गया कि एक बेहद गर्म ग्रह के बारे पता चला है. जिसके बाह्यग्रह का नाम KELT-20b है जो 400 प्रकाशवर्ष दूर मौजूद है.

ये भी पढ़ें: 'भगवान गणेश' जैसी शक्ल वाले बच्चे का यहां हुआ जन्म, डॉक्टरों के देखकर उड़ गए होश

Source : News Nation Bureau

Strange things in hindi ajab gajab Mysterious Planet Weird News rainfall rock in planet
      
Advertisment