Fazilka Gurudwara Sahib: मंदिर हो मस्जिद या फिर गुरुद्वारा आस्था से जुड़े इन सभी केंद्रों पर इंसान को जो नसीब होता है वो है सुकून और शांति. आस्था के ऐसे ही एक केंद्र की आज हम बात कर रहे हैं. दरअसल देश में पहला पूरी तरह लकड़ी से बना गुरुद्वारा लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ है. बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंच भी रहे हैं. गोल्ड टेम्पल की तरह ही इस गुरुद्वारे को लेकर भी लोगों में खासा उत्साह और आस्था है. इस गुरुद्वारा की खासियत है कि ये देश में लकड़ी से बना अपनी तरह पहला गुरुद्वारा है. आइए जानते हैं इस इस गुरुद्वारे से जुड़ी अहम बातें.
कहां है देश का पहला लकड़ी से बना गुरुद्वारा
देश का लकड़ी से बना पहला गुरुद्वारा पंजाब में ही है. खास बात यह है कि ये फाजिल्का में बनाया गया है. अपने अलौकिक स्वरूप के चलते इस गुरुद्वारे ने कम समय में ही अपनी अलग पहचान बना ली है. पूरी तरह काष्ठ से बने होने के कारण इसे देखने के लिए अन्य धर्म और जाति से जुड़े लोग भी पहुंच रहे हैं.
एक महीने पहले हुआ गुरुग्रंथ साहिब का प्रकाश
इस गुरुद्वारे में एक महीने पहले यानी फरवरी में ही गुरुग्रंथ साहिब का प्रकाश हुआ है. उसी वक्त से अब तक यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु मत्था टेक चुके हैं. इस गुरुद्वारे को बनाने में एसएसपी भूपिंदर सिंह का बड़ा योगदान है. दरअसल उन्हें जब इस बात की जानकारी दी गई है कि फाजिल्का इलाके में कोई गुरुद्वारा नहीं है तो उन्होंने इस काम को पूरा करने का बीड़ा उठाया.
आकर्षण का केंद्र बनाने की कोशिश
भूपिंद सिंह चाहते थे कि यहां एक ऐसा गुरुद्वारा बने जो लोगों की आस्था के साथ-साथ आकर्षण का भी केंद्र हो. लिहाजा उन्होंने इसे पूरी तरह लकड़ी से बनाने का मन बनाया. बस फिर क्या था. सिंह ने इस गुरुद्वारे को बनाने के लिए अपने दोस्तों, स्थानीय लोगों, कर्मचारियों और कुछ अन्य लोगों से भी सहयोग राशि जमा की.
यह भी पढ़ें - Oscar Award Price: ऑस्कर अवॉर्ड की कीमत कर देगी हैरान, नहीं खरीद पाएंगे एक मसाला डोसा
देश के पहले लकड़ी से बने गुरुद्वारे की खासियत
- फिनलैंड से इस गुरुद्वारे की लकड़ियां मंगवाई गई हैं.
- 50 लाख रुपए की लागत से तैयार किया गया है गुरुद्वारा
- 80x160 फुट जगह में तैयार हुआ है ये गुरुद्वारा
- 50 वर्षों तक इस गुरुद्वारा की लकड़ियों को कोई नुकसान नहीं होगा
- गुरुद्वारा बनाने में चीड़ की लकड़ियों का इस्तेमाल किया गया है
- 4 महीने का वक्त इस गुरुद्वारा को तैयार करने में लगा
HIGHLIGHTS
- देश के पहले लकड़ी से बने गुरुद्वारे पर रोजाना पहुंच रहे सैकड़ों श्रद्धालु
- फिनलैंड से जुड़ा है इस गुरुद्वारे का खास कनेक्शन
- 50 लाख रुपए की लागत में तैयार हुआ लकड़ी से बना गुरुद्वारा