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भारतीय रेलवे ने तैयार किए 40 हजार आइसोलेशन बेड, 2500 डिब्बों को बना दिया आधुनिक अस्पताल

रेलवे ने इन 2500 कोच में 40 हजार आइसोलेशन बेड तैयार किए हैं. रेलवे ने बताया कि वे 375 कोच को रोजाना आइसोलेशन कोच में तब्दील कर रहे हैं.

Updated on: 06 Apr 2020, 05:23 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस इस वक्त पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ी मुसीबत बना हुआ है. दिन-प्रतिदिन तेजी से बढ़ रहे मामलों ने पूरी दुनिया को टेंशन में डाल रखा है. चीन से आई इस महामारी की वजह से आज के समय दुनिया के ज्यादातर देश लॉकडाउन हैं. भारत में भी कोरोना वायरस रोजाना बड़ी मुसीबतें खड़ी करता जा रहा है. सोमवार सुबह तक देशभर में कोरोना वायरस के कुल 4000 से भी ज्यादा मामले हो गए हैं और इससे मरने वालों की संख्या भी 100 के पार हो चुकी है. इसके अलावा कोरोना वायरस से लड़ने के लिए देश में अस्पतालों (आइसोलेशन वॉर्ड) और मेडिकल सामग्रियों की भारी कमी है.

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2500 कोच को आइसोलेशन वॉर्ड में तब्दील किया
इस मुश्किल समय में भारतीय रेल ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दिन-रात कर दिया है. भारतीय रेल ने देश में अस्पतालों की कमी को कम करने के लिए एक लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसके तहत उसे 5000 रेल के डिब्बों को आइसोलेशन वॉर्ड में तब्दील करना था. भारतीय रेल काफी तेजी से अपने इस लक्ष्य की ओर बढ़ रही है. बता दें कि रेलवे ने अपने आधे लक्ष्य को हासिल करते हुए 5000 में से 2500 कोच को आइसोलेशन वॉर्ड में बदल दिया है. भारतीय रेलवे ने खुद अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इसकी जानकारी साझा की है.

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2500 कोच में 40 हजार आइसोलेशन बेड तैयार
रेलवे ने इन 2500 कोच में 40 हजार आइसोलेशन बेड तैयार किए हैं. रेलवे ने बताया कि वे 375 कोच को रोजाना आइसोलेशन कोच में तब्दील कर रहे हैं. इस गति से भारतीय रेल को अपने लक्ष्य को हासिल करने में अब 7 दिन का समय और लगेगा. बताते चलें कि कोरोना वायरस के खिलाफ जारी इस लड़ाई में भारतीय रेल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. कोच को अस्पताल बनाने के साथ ही भारतीय रेल देश के कोने-कोने में जरूरी सामानों की भी लगातार सप्लाई कर रहा है. ऐसे मुश्किल समय में भारतीय रेल की बदौलत ही लोगों तक रोजमर्रा का सामान बिना रुके लगातार पहुंच रहा है.