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अच्छे N-95 मास्क को कैसे पहचाने? इन चीजों को जांचने के बाद ही खरीदें 

विशेषज्ञों के अनुसार, बहुत कम लोगों को N-95 मास्क के सही उपयोग की पूरी जानकारी होगी. इसका उपयोग कैसे, कितनी बार और कितने समय तक किया जा सकता है.

Updated on: 20 Jan 2022, 03:38 PM

highlights

  • मास्क में सबसे ज्यादा लोग N-95 का उपयोग करते हैं
  • मेडिकल की दुनिया में इसे गोल्ड स्टैंडर्ड का मास्क कहा जाता है
  • सर्जिकल मास्क से बेहतर N-95 मास्क को माना गया है

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दुनिया भर में कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन तेजी से फैल रहा है. इस बीच सभी कोरोना विशेषज्ञ बचाव के लिए मास्क को पहनना सबसे जरूरी बता रहे हैं. मास्क में सबसे ज्यादा लोग N-95 का उपयोग करते हैं. ऐसा कहा जाता है कि यह हमें 95 प्रतिशत सुरक्षित रखने में मदद करता है. वहीं सर्जिकल मास्क 75 प्रतिशत तक और कपड़े वाला मास्क 60 प्रतिशत तक कारगर होता है. विशेषज्ञों के अनुसार, बहुत कम लोगों को N-95 मास्क के सही उपयोग की पूरी जानकारी होगी. N-95 मास्क पहनने के साथ हमें यह भी जानना जरूरी है कि इसका उपयोग कैसे, कितनी बार और कितने समय तक किया जा सकता है.

N-95 मास्क एक मेडिकल ग्रेड मास्क है यानी दुनिया के सारे स्वास्थ्य कर्मी  इसका उपयोग करते हैं. मेडिकल की दुनिया में इसे गोल्ड स्टैंडर्ड का मास्क कहा जाता है. यह पॉलीप्रोपाइलीन फाइबर से बनता है,जो हवा से कोरोना वायरस को आपके शरीर में प्रवेश करने से रोकता है. N-95 मास्क छोटे और बड़े एयरोसॉल तरल और ठोस पद्धार्थ को फिल्टर करते हैं. वहीं,कपड़े वाले मास्क सिर्फ बड़े एयरोसॉल को फिल्टर करते हैं. सर्जिकल मास्क हमारे चेहरे पर अच्छी तरह से फिट नहीं हो पाते हैं. इस कारण कपड़े और सर्जिकल मास्क से बेहतर N-95 मास्क को माना गया है. 

N-95 मास्क की फिटिंग कैसी हो

आपके N-95 मास्क की फिटिंग ऐसी होनी चाहिए, इससे आपका मुंह, नाक और चिन अच्छी तरह ढंका जा सकता है.  से कवर हो सके. इसके साथ ही गालों के दोनों तरफ और चिन के नीचे जरा भी गैप नहीं छूटना चाहिए. मास्क की लास्टिक ढीली नहीं होनी चाहिए. N-95 मास्क बाजार में विभिन्न आकार में उपलब्ध होते हैं. 

ऐसे N-95 मास्क से रहें दूर

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, मास्क में अगर वाल्व हो तो उसे उपयोग नहीं करना चाहिए. ऐसे मास्क से सांस बिना फिल्टर हुए आर-पार हो जाती है. इसके साथ बाजार में कुछ नकली N-95 मास्क मौजूद हैं, जिनसे सतर्क रहने की आवश्यकता होगी. असली N-95 मास्क पता लगाने तीन तरीके हैं:

मास्क का ब्रांड और ट्रेडमार्क दिखाई देना जरूरी है. मास्क पर मौजूद ब्रांड का नाम CDC इंडेक्स पर जांच सकते हैं. इस रह से पता चल जाएगा कि  मास्क को NIOSH ने मंजूरी दी है कि नहीं. भारत में ICMR की तरह अमेरिका की स्वास्थ्य एजेंसी है CDC (सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन) और NIOSH (नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ऑक्यूपेशनल सेफ्टी एंड हेल्थ) CDC का हिस्सा है. अगर आप ऑनलाइन मास्क ले रहे हैं, तो मास्क का  रिव्यू जरूर जांच लें. 

N-95 मास्क का उपयोग कितनी बार होना चाहिए?

N-95 मास्क दो तरह के होते हैं. एक धुलने वाले होते है और दूसरे न धुलने वाले.  कई पैकेट पर इस बारे में पूरी जानकारी दी गई होती है. इसके साथ ये भी लिखा होता है कि आप अपने मास्क को कितनी बार धोकर उपयोग कर सकते हैं. पैकेट पर दिए सभी निर्देशों को जांच लें. इसी के अनुसार इसका उपयोग करें. 

इसके अलावा, बाजार में बिकने वाले कुछ N-95 मास्क के ऊपर 'सिंगल यूज' का टैग भी होता है. ऐसे में इन मास्क को एक बार उपयोग करके फेंकना चाहिए या नहीं, लोगों को इस पर भी बहुत लोगों को भ्रम होता है. अमेरिका की वर्जीनिया टेक रिसर्च यूनिवर्सिटी की लिनसी मार का कहना है कि ये टैग स्वास्थ्य कर्मियों के लिए मान्य होता है. ये हाई रिस्क जोन में रहते हैं, ऐसे में मास्क को केवल एक बार यूज करके डिस्पोज कर देते हैं.