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High Speed Elevated Track: इन रूटों पर शताब्दी से तेज दौड़ेंगी ट्रेनें, मात्र दो घंटे में चार खास शहर होंगे कवर

रोजाना यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए केंद्र सरकार कई नई सुविधाएं देने की तैयारी कर रही है. इस पर विभिन्न मंत्रालय लगातार काम कर रहे हैं.

Updated on: 24 Feb 2023, 01:14 PM

highlights

  • दिल्ली से जयपुर का रास्ता आधा हो जाएगा
  • ट्रैक पर ट्रेनें 200-220 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ सकेंगी.
  • ऐसे शहरों से जोड़ा जाएगा जो 200-300 किलोमीटर की दूरी वाले हैं

नई दिल्ली:

रोजाना यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए केंद्र सरकार कई नई सुविधाएं देने की तैयारी कर रही है. इस पर विभिन्न मंत्रालय लगातार काम कर रहे हैं. सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ कई रूटों को सुविधाजनक बनाने का प्रयास कर रही है. पूरे देश में एक्सप्रेसवे और लिंक रोड बनाने का प्रयास हो रही है. इसके साथ कई मशहूर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने की योजना है. इसके लिए आधारभूत ढांचे को तैयार करने का काम हो रहा है. भारतीय रेलवे दिल्ली से जयपुर के बीच एलिवेटेड रेल ट्रैक बनाने की योजना बना रहा है. इसके अलावा दिल्ली से अमृतसर, मुंबई से पुणे और बेंगलुरु से चेन्नई को कवर किया जाएगा. इस ट्रैक पर ट्रेनें 200-220 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ सकेंगी.   

इसके लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपार) बनाने की तैयारी चल रही है. बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट को रेल मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है. डीपार बनाने के बाद इसे केंद्रीय मंत्रालय भेजा जाएगा. केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह (Rao Inderjit Sing) ने बताया कि इस ट्रैक के बनने के बाद दिल्ली से जयपुर का रास्ता आधा हो जाएगा. इस समय दिल्ली से जयपुर जाने में 5-6 घंटे का समय लग जाता है. वहीं शताब्दी को करीब 4 से ज्यादा का समय लगता है. ऐसे में ट्रेनों की स्पीड बढ़ाकर समय की बचत हो सकती है. करीब 200-220 की स्पीड पर अगर ट्रेनों को चलाया जाता है तो सफर मात्र दो घंटे में तय हो जाएगा. 

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किस तरह की ट्रेनों को चलाने की आशंका

बताया जा रहा है कि सेमी हाई-स्पीड ट्रेन वंदे भारत की गति को बढ़ाकर 220 किलोमीटर प्रति घंटे किया जाएगा. प्रोजेक्ट के तहत गुरुग्राम रेलवे स्टेशन को अलग रूप दिया जा रहा है. रेलवे के एक अधिकारी ने अपने बयान में बताया कि एलिवेटेड ट्रैक को बनाने के लिए पर्याप्त जमीन है. लंबी दूरी के लिए अलग एलिवेटेड ट्रैक बनने से समय की बजत होगी. रूटीन ट्रैक पर इस तरह की ट्रेन चलाने से अन्य गाड़ियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. एलिवेटेड ट्रैक पर ऐसी ट्रेनों को अलग कर दिया जाएगा. 

कई अन्य रूट पर भी एलिवेटेड ट्रैक बनाए जाएंगे 

एलिवेटेड ट्रैक्स मात्र दिल्ली-जयुपर रूट के लिए नहीं होंगे. इन्हें कई मशहूर शहरों से जोड़ा जाएगा. दिल्ली-अमृतसर, मुंबई-पुणे और बेंगलुरु-चेन्नई सहित कई शहरों के बीच ये ट्रैक तैयार होंगे. बताया जा रहा है कि कई ट्रेनों को ऐसे शहरों से जोड़ा जाएगा जो 200-300 किलोमीटर की दूरी वाले हैं. इस तरह से छोटी दूरी के लिए इस तरह की ट्रेनों मांग काफी ज्यादा है.  इस वजह से परियोजनाओं पर काम तेजी से जारी है. केंद्र सरकार वंदे भारत मेट्रो को लांच करने की कोशिश कर रही है. इस तरह से 100 किलोमीटर के दायरे में सफर किया जा सकेगा.