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दुनिया का सबसे अनोखा द्वीप, फ्रांस और स्पेन की सरकारें 6-6 महीने करती हैं राज

फीजैंट द्वीप पर 01 फरवरी से 31 जुलाई तक स्पेन राज करता है तो वहीं इस द्वीप पर 1 अगस्त से 31 जनवरी तक फ्रांस का अधिकार रहता है.

Updated on: 03 Jan 2020, 04:50 PM

नई दिल्ली:

किसी देश की खूबसूरती में उसके द्वीपों का अहम योगदान होता है. दुनियाभर में मौजूद लाखों द्वीपों की अपनी-अपनी अलग खूबियां होती हैं. इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसे द्वीप के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी सच्चाई जानने के बाद आप दंग रह जाएंगे. जी हां, हम बात कर रहे हैं फीजैंट द्वीप की. फीजैंट द्वीप फ्रांस और स्पेन के बीच में बसा हुआ है. इस द्वीप की सबसे खास बात ये है कि इस द्वीप पर फ्रांस और स्पेन दोनों का ही अधिकार है. साल के 6 महीने फ्रांस की सरकार फीजैंट द्वीप पर अपना अधिकार रखती है तो बाकी के बचे 6 महीनों में स्पेन सरकार इस द्वीप पर राज करती है.

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फीजैंट द्वीप को फैसेंस द्वीप के नाम से भी जाना जाता है. इस द्वीप को लेकर एक खास बात ये भी है कि इसके मालिकाना हक को लेकर फ्रांस और स्पेन की सरकारें लंबे समय से एक-दूसरे के साथ टकराव की स्थिति में नहीं आईं. दोनों देश राजी-खुशी इस द्वीप पर 6-6 महीने राज करते हैं. द्वीप पर 6-6 महीने राज करने की परंपरा करीब 350 साल पुरानी है. रिपोर्ट्स की मानें तो फीजैंट द्वीप पर 01 फरवरी से 31 जुलाई तक स्पेन राज करता है तो वहीं इस द्वीप पर 1 अगस्त से 31 जनवरी तक फ्रांस का अधिकार रहता है. फीजैंट द्वीप फ्रांस और स्पेन को अलग करने वाली नदी बिदासो के बीचों-बीच बसा हुआ है.

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लंबे समय से इस द्वीप पर शांति है, बताते चलें कि 17वीं सदी में इस द्वीप को लेकर फ्रांस और स्पेन में काफी संघर्ष हुआ था. द्वीप पर मालिकाना हक को लेकर हुए विवाद के बाद दोनों देशों के बीच 1659 में समझौता हुआ था. फिलहाल, 200 मीटर लंबा और 40 मीटर चौड़े इस द्वीप का आस्तित्व अब खतरे में है. पानी के तेज बहाव और इसके रख रखाव में हो रही लापरवाही की वजह से इस द्वीप का करीब आधा हिस्सा खत्म हो चुका है.