विदेशी पत्नियों ने 42 लोगों को बनाया ठगी का शिकार, महिला आयोग में लगाई मदद की गुहार
महिला आयोग (Womens commission) चेयरपर्सन ने इन पतियों को यह भी आश्वासन दिया कि युवतियां अपने पतियों को धोखा देकर विदेश (Abroad) भाग गई हैं. उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें डिपोर्ट कर भारत लाया जाएगा.
चंडीगढ़:
विदेश जाने की ख्वाहिश के बीच गई लोग ठगी का शिकार हो गए. पंजाब से विदेश चली गई पत्नियों की ठगी का शिकार हुए 42 पति राज्य महिला आयोग (Womens commission) की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी (Manisha Gulati) के पास मदद की गुहार लगाई है. इनमें से ज्यादातर पति ऐसे थे जिन्होंने कांट्रैक्ट मैरिज (Contract Marriage) की थी. विदेश में सेटल होने के लिए इन्होंने पत्नियों को लाखों रुपए का कर्ज लेकर विदेश भेजा था. आयोग की अध्यक्ष ने पत्नियों के खिलाफ कार्रवाई करने और उन्हें विदेश से डिपोर्ट कर भारत लाने का आश्वासन दिया है.
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जानकारी के मुताबिक सभी युवक बरनाला के गांव कोठे गोविंदपुरा पहुंचे थे. पीड़ितो ने बताया कि उन्होंने लाखों रुपए खर्च कर पत्नियों को विदेश भेजा था. इनमें से अधिकांश कनाडा गईं. वहां जाने के बाद अपने फोन नंबर बदल लिए और परिवार से संपर्क भी खत्म कर लिया. एक पीड़ित ने बताया कि उसे पत्नी ने एक बार तो कनाडा बुला लिया था लेकिन पक्के कागजात लाने के लिए वापस भेज दिया, इसके बाद उसने भी अपना नंबर बदल लिया. यहां पुलिस भी मामला दर्ज नहीं कर रही है. उसकी पत्नी ने विदेश जाने के लिए उससे 23 लाख रुपए ठगे हैं. इसे में सिर्फ आयोग से ही ममद की गुहार है.
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गांव भग्गूपुर निवासी दविदर सिंह ने गांव भिट्टेविड निवासी सुखमनरीत कौर के साथ प्रेम विवाह करवाया था. उसने 29 लाख से अधिक राशि खर्च करके पत्नी को कनाडा भेज दिया. वहां जाते ही पत्नी ने दगा दे दी और पति को अपने पास नहीं बुलाया. गांव भग्गूपुर निवासी सुरिदर सिंह का एक लड़का विदेश रहता है. छोटा लड़का दविदर सिंह (30) ग्रेजुएट है. दविदर को अमृतसर के गांव भिट्टेविड निवासी कुलविदर सिंह की लड़की सुखमनरीत कौर के साथ प्यार हो गया. जुलाई 2014 में दोनों ने हाई कोर्ट से अपना विवाह रजिस्टर्ड करवाया. 20 दिन बाद घर लौटे दविदर व सुखमनरीत के स्वजनों ने जोड़े को आशीर्वाद देते हुए पार्टी की. बारहवीं पास सुखमनरीत ने दविदर से कहा कि वह विदेश में सेटल होना चाहती है. दविदर ने पत्नी को आइलेट्स करवाई. तीन बार कनाडा का वीजा रिफ्यूज हो गया. चौथी बार मई 2016 में कनाडा का वीजा लग गया. आइलेट्स करवाने, कनाडा का वीजा लगवाने व एयर टिकट पर 29 लाख 86 हजार 181 रुपये खर्च हुए. कनाडा जाते ही सुखमनरीत ने पति दविदर को वहां नहीं बुलाया.
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