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मकर संक्रांति को करें सूर्य नमस्कार, योग के साथ बढ़ाएं शरीर की इम्यूनिटी

इस वर्ष 14 जनवरी यानि मकर संक्रांति के दिन 75 लाख लोग एक साथ सूर्य नमस्कार करेंगे. सूर्य नमस्कार करने वाले इन 75 लाख व्यक्तियों में भारतीयों के साथ साथ विदेश के लोग भी शामिल होंगे.

Updated on: 06 Jan 2022, 10:42 AM

highlights

  • भारतीयों के साथ-साथ विदेश के लोग भी शामिल होंगे
  • सूर्य नमस्कार से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
  • हालांकि कुछ मुस्लिम संगठन कर रहे हैं विरोध

नई दिल्ली:

इस वर्ष 14 जनवरी यानि मकर संक्रांति के दिन 75 लाख लोग एक साथ सूर्य नमस्कार करेंगे. सूर्य नमस्कार करने वाले इन 75 लाख व्यक्तियों में भारतीयों के साथ साथ विदेश के लोग भी शामिल होंगे. आयुष मंत्रालय का कहना है कि सूर्य नमस्कार से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. आज के माहौल में जबकि कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं तो ऐसे में आम लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाना बहुत जरूरी है. मकर संक्रांति के पर्व को और अधिक खास बनाने के लिए आयुष मंत्रालय ने इस बार यह बड़ी तैयारी की है. केंद्रीय आयुष मंत्री सबार्नंद सोनोवाल ने बताया कि 14 जनवरी यानि मकर संक्रांति के दिन 75 लाख लोग एक साथ सूर्य नमस्कार करेंगे, जिसमें देश-विदेश के लोग भी शामिल होंगे. इस अभियान में विभिन्न मंत्रालयों के साथ-साथ योग एवं सामाजिक क्षेत्र की बड़ी संस्थाओं का सहयोग लिया जा रहा है.

सोनोवाल ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आम लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाना बहुत जरूरी है. इसके लिए अधिक से अधिक लोगों को सूर्य नमस्कार करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करने से कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं में लाभ पाया जा सकता है. सोनोवाल ने कहा कि हम सिर्फ सूर्य नमस्कार ही नहीं बल्कि योगासन, आयुर्वेद, होम्योपैथी, सिद्ध, नेचुरोपैथी और यूनानी आदि के माध्यम से आम लोगों की स्वास्थ्य देखभाल कर रहे हैं. इस दौरान सोणोवाल ने आयुष मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी की गई गाइडलाइन का पालन करवाने की अपील भी की. आयुष भवन में केंद्रीय आयुष मंत्री सबार्नंद सोनोवाल और केंद्रीय राज्य मंत्री आयुष मुंजपरा महेंद्रभाई ने आयुष मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की और कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आयुष अभियानों को और अधिक विस्तारित करने के निर्देश दिए.

गौरतलब है कि कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर में आयुष मंत्रालय ने राज्यों के साथ मिलकर आम लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए आयुष क्वाथ (काढ़ा), आयुष-64, कबासुरा कुडिनीर और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य रक्षा किट और आयु रक्षा किट को तैयार किया था. मंत्रालय का कहना है कि इनसे आम लोगों को बहुत फायदा हो रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोविड काल में आयुष मंत्रालय के कामकाज की तारीफ की थी. इस दौरान केंद्रीय आयुष मंत्री सबार्नंद सोनोवाल और केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री मुंजपरा महेंद्रभाई के साथ आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा और आयुष विशेष सचिव प्रमोद कुमार पाठक भी मौजूद रहे.