/newsnation/media/post_attachments/images/2023/06/23/stoneofdeathvalley-79.jpg)
Death Valley ( Photo Credit : File Photo)
पूरी दुनिया में ऐसे तमाम रहस्य आज भी मौजूद है जिनके बारे में कोई नहीं जान पाया. आज हम आपको एक ऐसे ही रहस्य के बारे में बताने जा रहे हैं जो अमेरिका से जुड़ा हुआ. जहां एक स्थान पर विशालकाय पत्थर अपने आप खिसकर जाते हैं. इन रहस्य से आज तक कोई पर्दा नहीं उठा पाया. इस स्थान को डैथ वैली के नाम से जाना जाता है. दरअसल, अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक जगह है जहां पर भारी-भरकम पत्थर अपने आप खिसक जाते हैं जो अपने पीछे पत्थर के आकार के निशान भी छोड़ जाते हैं. ये निशान बिल्कुल वैसे ही होते हैं जैसे कोई इंसान या गाड़ी रेगिस्तान के रेत में अपने पैरों या पहियों के निशान छोड़ दे.ॉ
नेवादा राज्य में है ये स्थान
बता दें कि कैलिफोर्निया के दक्षिण पूर्व में स्थित नेवादा राज्य के पास 225 किलोमीटर में फैला एक इलाका है जिसे डेथ वैली के नाम से जाना जाता है. यहां इस रहस्यमयी स्थान पर आपको तमाम भारी भरकम पत्थर देखने को मिलेंगे. इसके साथ ही उन पत्थरों के पीए काफी दूर तक आपको उनके खिसकने के निशान भी दिखाई देंगे. जो कई फीट तक के हैं. यहां पर भारी भरकम पत्थरों के खिसकने के बारे में आज तक कोई नहीं जान पाया. वैज्ञानिकों ने भी इसके रहस्यों को जानने की कोशिश की लेकिन उन्हें भी कामयाबी नहीं मिली. ये रहस्य आज भी बरकरार है. इस रहस्य को देखने के लिए दुनियाभर के हजारों पर्यटक हर साल यहां पहुंचते हैं.
किसी चलते नहीं देखे पत्थर
बता दें कि जब आप इन पत्थरों को देखेंगे तो आपको ये चलते दिखाई नहीं देंगे. और ना ही आज तक किसी ने इन्हें चलते देखा. लेकिन पत्थरों के खिसकने के बाद एक लंबी रेखा इनके पीछे आपको देखने को जरूर मिलेगी. रेखाओं के निशानों से इन पत्थरों के खिसकने के बारे में पता चलता है. इस डेथ वैली को मौत की घाटी भी कहा जाता है. दुनियाभर के वैज्ञानिक इन पत्थरों के खिसकने को लेकर अलग अलग राय देते हैं. साल 1972 में वैज्ञानिकों का एक दल इनके रहस्य को जानने के लिए गया था. उन्होंने इन पत्थरों के ऊपर करीब 7 साल तक रिसर्च की. इस दौरान वैज्ञानिकों ने 317 किलोग्राम के एक पत्थर पर शोध किया. लेकिन रिसर्च के दौरान ये पत्थर वहां से बिल्कुल भी नहीं हिला.
कुछ सालों बाद एक किलोमीटर दूर मिला वह पत्थर
लेकिन सबसे ज्यादा हैरानी की बात तो ये थी कि कुछ सालों बाद वैज्ञानिक एक बार फिर उस पत्थर के बारे में जानने के लिए पहुंचे. तो ह पत्थर पहले वाले स्थान से करीब एक किलोमीटर दूर था. पत्थर को देखने के बाद वैज्ञानिक हैरान थे. हालांकि कुछ वैज्ञानिकों ने कहा कि ये पत्थर तेज हवाओं की वजह से खिसकते हैं. लेकिन सच्चाई क्या है इसके बारे में पता नहीं चला.
ये भी पढ़ें:इस सीरियल किलर ने 70 लोगों को उतारा था मौत के घाट, 182 सालों से सुरक्षित रखा है इसका सिर
Source : News Nation Bureau