जो काम अमेरिका और जापान नहीं कर पाया, उसे चीन ने कर दिखाया.. 250 मी. की ऊंचाई पर बना डाली लेटी हुई बिल्डिंग

यह बिल्डिंग दुनिया की तमाम बिल्डिंगों से काफी अलग है क्योंकि दिखने में लेटी हुई है. कंपनी ने इसे क्षैतिज रूप में तैयार किया है. आमतौर पर दुनिया की सभी इमारतें खड़ी की जाती हैं.

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Sunil Chaurasia
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जो काम अमेरिका और जापान नहीं कर पाया, उसे चीन ने कर दिखाया.. 250 मी. की ऊंचाई पर बना डाली लेटी हुई बिल्डिंग

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चीन न सिर्फ सबसे ज्यादा जनसंख्या के लिए दुनिया में जाना जाता है, बल्कि यह देश अपने जबरदस्त और अनोखे प्रयोगों के लिए भी दुनियाभर में जाना जाता है. विश्व के सबसे बड़े रेल तंत्र की बात हो या फिर विश्व के सबसे ऊंचे रोड ब्रिज की बात हो, चीन का नाम सबसे ऊपर ही रहता है. यही वजह है कि चीन की इंजीनियरिंग दुनियाभर में तेजी से लोकप्रिय होती जा रही है. अभी हाल ही में चीन ने एक बार फिर दुनिया की सबसे अनोखी इंजीनियरिंग का नमूना पेश किया है. चीन में इस अद्भुत बिल्डिंग का निर्माण कैपिटालैंड नाम की रियल एस्टेट कंपनी ने किया है.

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यह बिल्डिंग दुनिया की तमाम बिल्डिंगों से काफी अलग है क्योंकि दिखने में लेटी हुई है. कंपनी ने इसे क्षैतिज (हॉरिजेंटल) रूप में तैयार किया है. आमतौर पर दुनिया की सभी इमारतें खड़ी की जाती हैं, लेकिन चीन ने एक बार फिर ये साबित कर दिया कि आखिर वह क्योंकि दुनिया का सबसे अनोखा देश कहलाता है. पहले से खड़ी बहुमंजिला इमारतों के ऊपर लेटी हुई ये बहुमंजिला इमारत जितनी अद्भुत इंजीनियरिंग का नमूना है बल्कि ये देखने में भी बेहद आकर्षिक है. इस अनोखी बिल्डिंग को कुल 4 इमारतों पर लिटाया गया है. चीन में बन चुकी इस इमारत को चोंककिंग प्रोजेक्ट का नाम दिया गया है.

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इस इमारत में 1400 रिहायशी अपार्टमेंट है, इसके साथ ही इसमें एक लग्जरी होटल भी बनाया गया है. इतना ही नहीं इमारत में ऑफिस के लिए 1.60 लाख वर्गमीटर की विशाल जगह भी रखी गई है. 250 मीटर ऊंची इस इमारत में फिनिशिंग का काम चल रहा है. इसका डिजाइन चीन की पारंपरिक नौका पर तैयार रखा गया है. दुनिया की इस अनोखी इमारत को 'क्रिस्टल' का नाम दिया गया है. 6 साल से बन रही इस इमारत के निर्माण कार्य में 27 हजार करोड़ रुपये का कुल खर्च आया है.

Source : Sunil Chaurasia

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