logo-image

इस कैलेंडर में दुर्लभ पक्षियों को किया गया कैद, फोटोग्राफर हैं कैंसर सर्जन

डॉ बंसल ने चित्तीदार उल्लू, जंगल उल्लू, खलिहान उल्लू और भारतीय स्कॉप्स उल्लू को भी क्लिक किया है, जो सभी विलुप्त होने के खतरे का सामना कर रहे हैं.

Updated on: 02 Jan 2022, 12:46 PM

highlights

  • मोटल वुड आउल की फोटो लेकर आए थे चर्चा
  • उल्लू की यह प्रजाति खतरनाक श्रेणी में है दर्ज
  • कैलेंडर को नाम दिया गया है बर्ड ऑफ फेदर

प्रयागराज:

लैप्रोस्कोपी और कैंसर सर्जन अर्पित बंसल ने एक डेस्क कैलेंडर 2022 बनाया है, जिसमें शहर और उनके आसपास कुछ दुर्लभ पक्षियों की तस्वीरें लगाई गई हैं. बंसल एक प्रशंसित वन्यजीव और पक्षियों के फोटोग्राफर हैं. उन्होंने कैलेंडर में कुछ दुर्लभ पक्षियों के चित्रों को उनके विवरण के साथ शामिल किया है ताकि लोगों को उनके संरक्षण के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. बंसल ने कहा कि कैलेंडर में अकमूर फाल्कन, लिटिल स्पाइडरहंटर, रेड हेडेड ट्रोगन, बेलीथ्स ट्रैगोपन (जो शायद ही कभी देखा जाता है), ग्रीन टेल्ड सनबर्ड, चेस्ट बेलीड न्यूथैच, ओरिएंटल ड्वार्फ किंगफिशर और मोटल वुड आउल जैसे पक्षियों की तस्वीरें हैं.

इससे पहले कैंसर सर्जन डॉ अर्पित एक दुर्लभ और लुप्तप्रजाति के उल्लू की तस्वीर लेने के बाद चर्चा में आए थे. मध्य भारत के जंगलों में पाए जाने वाले मटमैले लकड़ी के उल्लुओं को 2016 से इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (कवउठ) की रेड लिस्ट में खतरनाक प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध किया गया था. डॉ बंसल ने चित्तीदार उल्लू, जंगल उल्लू, खलिहान उल्लू और भारतीय स्कॉप्स उल्लू को भी क्लिक किया है, जो सभी विलुप्त होने के खतरे का सामना कर रहे हैं.

जीवन ज्योति अस्पताल के निदेशक और प्रसिद्ध आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ वंदना बंसल और पूजा बंसल सहित अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों की उपस्थिति में इस कैलेंडर 'बर्ड ऑफ फेदर' को जारी किया गया है.