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ब्रिटेन में बच्चों का बड़ा कारनामा, संतरे के जूस से तैयार कर रहे कोरोना की फर्जी रिपोर्ट

टीचर्स से पता चला कि कुछ बच्चे कोरोना की रैपिड एंटीजन टेस्ट के दौरान स्वैब के बदले संतरे के जूस का इस्तेमाल कर रहे हैं

Updated on: 04 Jul 2021, 02:48 PM

highlights

  • कुछ स्कूली बच्चे संतरे के जूस से तैयार कर रहे कोरोना की फर्जी पॉजिटिव रिपोर्ट 
  • ब्रिटेन में कोरोना संक्रमित होने वाले बच्चों को स्कूल से दो हफ्तों की छुट्टी
  • छुट्टी लेने के लिए कोरोना की झूठी रिपोर्ट का सहारा ले रहे हैं स्कूल केे बच्चे

नई दिल्ली:

बच्चे बाय नेचर बड़े शरारती होते हैं. वो भी तब खासकर जब उनके स्कूल में जाने की बारी आती है. तब वो नए-नए बहाने तलाशते नजर आते हैं. शरारती बच्चों का एक अनोखा बहाना ब्रिटेन में देखने को मिला है. यहां कुछ स्कूली बच्चे संतरे के जूस से कोरोना की फर्जी पॉजिटिव रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं. दरअसल, ब्रिटेन में कोरोना संक्रमित होने वाले बच्चों को स्कूल से दो हफ्तों की छुट्टी दी जा जाती है. लेकिन अब ऐसे बच्चों की पोल खुल गई है तो छुट्टी लेने के लिए कोरोना की झूठी रिपोर्ट का सहारा ले रहे हैं. 

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स्वैब के बदले संतरे के जूस का इस्तेमाल क

यह स्कूल में पढ़ाने वाले टीचर्स से पता चला कि कुछ बच्चे कोरोना की रैपिड एंटीजन टेस्ट के दौरान स्वैब के बदले संतरे के जूस का इस्तेमाल कर रहे हैं. ब्रिटिश अखबार द गार्डियन के अनुसार संतरे के जूस में वायरस नहीं है, बल्कि ऐसा उसमें मौजूद एसिडिटी पदार्थ की वजह से हुआ है. संतरे का जूस ही नहीं, बल्कि अन्य ड्रिंक, केचअप और कोका कोला के इस्तेमाल से भी रैपिड एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव रिपा्ेर्ट आ जाती है. ब्रिटेन में विज्ञान के एक टीचर के अनुसार बच्चे कोरोना वायरस की फर्जी रिपोर्ट को दिखाकर छुट्टी ले रहे हैं. दरअसल, ब्रिटेन में ऐसी ट्रिक इन दिनों टिकटॉक जैसे दूसर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खूब वायरल हो रही हैं. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर एक्टिव यूजर्स ऐसे वीडियो को पंसद भी खूब कर रहे हैं. आलम यह है कि ऐसी एक वीडियो को 6.5 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिले हैं. 

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विश्व में कोरोना के मामले 18.34 करोड़

विश्व में कोरोना के मामले बढ़कर 18.34 करोड़ से ज्यादा हो गए है. इस महामारी से अब तक कुल 39.6 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई हैं. ये आंकड़े जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय ने साझा किए. रविवार की सुबह अपने नवीनतम अपडेट में, यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने बताया किया कि वर्तमान वैश्विक मामले और मरने वालों की संख्या क्रमश: 183,404,186 और 3,969,635 हो गई है. सीएसएसई के अनुसार, दुनिया में सबसे ज्यादा मामलों और मौतों की संख्या क्रमश: 33,713,729 और 605,493 के साथ अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है. कोरोना संक्रमण के मामले में भारत 30,502,362 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है.