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अंटार्कटिका में दिल्ली के आकार से भी बड़ा हिमखंड टूटा, अमेरी आइस शेल्फ से छूटा साथ

दुनिया में मौजूद तीसरे सबसे बड़े बर्फ के शेल्फ में से एक अमेरी आइस शेल्फ से टूटकर अलग हुए इस हिमखंड ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है.

Updated on: 02 Oct 2019, 05:27 PM

नई दिल्ली:

धरती पर रह रही मानव जाति खुद अपने भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. हमारी छोटी-मोटी गलतियां हमारे ही लिए कितनी घातक साबित होंगी, इसका नतीजा अब धीरे-धीरे सभी के सामने आने लगा है. मनुष्यों द्वारा अपने निजी स्वार्थ के लिए प्रकृति के साथ किए जा रहे अत्याचार आने वाले लंबे समय तक बदला लेंगे. इसी कड़ी में अंटार्कटिका में एक बड़ा हिमखंड टूट गया है. इस हिमखंड का साइज दिल्ली शहर से भी बड़ा बताया जा रहा है.

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टूटने के बाद ये हिमखंड बहुत ही जल्द धरती पर मौजूद पूरी मानव जाति के लिए भयानक साबित हो सकता है. दुनिया में मौजूद तीसरे सबसे बड़े बर्फ के शेल्फ में से एक अमेरी आइस शेल्फ से टूटकर अलग हुए इस हिमखंड ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. करीब 1,636 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला ये हिमखंड करीब 315 बिलियन टन वजनी है. ये हिमखंड अंटार्कटिका के उस इलाके में है जिसे वहां का सबसे शांत ब्लॉक माना जाता है. अमेरी आइस शेल्फ से टूटकर अलग हुआ यह हिमखंड European Union Earth Observation Programme के उपग्रह में कैद हुआ है.

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इस हिमखंड को D28 के नाम से भी जाना जाता है. टूटने वाले हिमखंड का आकार देखते हुए इसकी निगरानी बेहद जरूरी हो गई है. इस बात की पूरी आशंका है कि ये आने वाले समय में शिपिंग के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. हालांकि, स्क्रिप्स इंस्टीट्यूशन ऑफ ओशनोग्राफी में एक प्रोफेसर और ग्लेशियोलॉजिस्ट हेलेन अमांडा फ्रिकर ने कहा कि कैल्विंग इवेंट एक स्वस्थ आइस शेल्फ चक्र का हिस्सा है और ऐसा जलवायु परिवर्तन की वजह से नहीं हुआ है.