AIIMS Doctors Did Heart Surgery Of The Fetus Inside The Womb (Photo Credit: File)
New Delhi:
AIIMS Dorctors Amazing Performance: डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है. कई बार ऐसे लम्हे आ जाते हैं कि डॉक्टर के लिए मरीज की जान बचाना बहुत मुश्किल हो जाता है. लेकिन इन मुश्किल घड़ी में डॉक्टर भगवान बनकर ना सिर्फ मरीज का इलाज करते हैं बल्कि उन्हें दूसरा जन्म भी देते हैं. ऐसा ही एक कमाल दिल्ली एम्स के डॉक्टर ने कर दिखाया है. दरअसल एम्स के डॉक्टरों ने गर्भ में पल हे भ्रूण की हार्ट सर्जरी की है. दिल के इस जटिल ऑपरेशन के साथ ही डॉक्टरों ने गर्भ में मौजूद शिशु की जान बचाकर अपने पेशे को एक बार फिर गौरवान्वित किया है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
दुनिया में तेजी से विकास हो रहा है. साइंस और तकनीक के विकास और तालमेल ने लोगों के जीवन को काफी आसान और सुरक्षित भी बना दिया है. साइंट और टेक के ऐसे ही तालमेल के साथ दिल्ली एम्स के डॉक्टरों ने कुछ ऐसा कर दिखाया कि हर तरफ उनकी वाहवाही हो रही है.
सुनने में भले ही थोड़ा अटपटा लगे लेकिन एम्स के चिकित्सकों ने मां के गर्भ में पल रहे एक भ्रूण के दिल का सफल ऑपरेशन किया है. खास बात यह है कि इस दिल का आकार महज एक अंगूर जितना होता है. ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ये ऑपरेशन कितना जटिल और रिस्की होगा.
ये है पूरा मामला
दरअसल एक गर्भवती महिला के चेकअप के दौरान डॉक्टरों को एहसास हुआ कि उनके गर्भ में पल रहे बच्चे को दिल की गंभीर बीमारी है. डॉक्टरों ने ये जानकारी बच्चे के माता-पिता को दी. पैरेंट्स ने गर्भ को जीवित रखने की इच्छा जताई. इसके बाद 28 वर्षीय गर्भवती महिला के भ्रूण की सर्जरी करने का डॉक्टरों ने फैसला किया.
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ऐसे दिया जटिल ऑपरेशन को अंजाम
एम्स के प्रसूति और स्त्री रोग विभाग के चिकित्सकों ने इस जटिल ऑपरेशन को करने के लिए इन डॉक्टरों ने इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट की एक टीम तैयार की. सर्जरी के दौरान हार्ट के बाधित वाल्व को ठीक करने के लिए बैलून डाइलेशन नाम की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. ऑपरेशन सक्से रहा और मां एवं बच्चा दोनों सुरक्षित हैं.
डेढ़ मिनट के ऑपरेशन को लेकर क्या बोले डॉक्टर
एम्स के जिन डॉक्टरों ने इस जटिल और चौंकाने वाले ऑपरेशन को अंजाम दिया उन्होंने बताया कि, इस प्रक्रिया के लिए उनके पास ज्यादा वक्त नहीं था. कुछ ही पलों में इस सर्जरी को पूरा किया जाना था. ऐसे में चुनौती बहुत बड़ी थी, लेकिन टीम एफर्ट से डेढ़ मिनट में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया.