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200 साल पुराने शिवालय में रखी ही पीएम मोदी की प्रतिमा, होते हैं अनुष्ठान

मंदिर के पुजारी कहते हैं- महादेव के आशीर्वाद से मोदी 2014 में और फिर 2019 में प्रधानमंत्री बने. इस साल भी मैं मंत्रों और श्लोकों का जाप कर रहा हूं और प्रार्थना के साथ विशेष पूजा कर रहा हूं कि भाजपा राज्य में सत्ता बरकरार रखे.

Updated on: 01 Feb 2022, 10:21 AM

highlights

  • भगवानपुर गांव में है 200 साल पुराना शिव मंदिर
  • यहीं पर स्थापित की गई पीएम मोदी की प्रतिमा
  • पुजारी बृजेंद्र नारायण मिश्रा करते हैं अनुष्ठान

प्रयागराज:

कौशांबी जिले के भगवानपुर गांव में 200 साल पुराने शिव मंदिर के पुजारी पंडित बृजेंद्र नारायण मिश्रा हैं, जिन्होंने 2014 में मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक प्रतिमा स्थापित की थी. उन्होंने विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत के लिए विशेष पूजा अर्चना की. मिश्रा ने संवाददाताओं से कहा, 'मैंने संसदीय चुनाव के दौरान 21 जनवरी 2014 को इस 200 साल पुराने शिव मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिमा लगाई थी और भगवान शिव की विशेष पूजा की थी, यह प्रार्थना करते हुए कि मोदी जी प्रधानमंत्री बनें.'

उन्होंने कहा, 'महादेव के आशीर्वाद से मोदी 2014 में और फिर 2019 में प्रधानमंत्री बने. इस साल भी मैं मंत्रों और श्लोकों का जाप कर रहा हूं और प्रार्थना के साथ विशेष पूजा कर रहा हूं कि भाजपा राज्य में सत्ता बरकरार रखे.' हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि मंदिर एक 'शिवाला' है, न कि 'मोदी मंदिर'. मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रतिमा की पूजा नहीं होती है. पुजारी ने कहा, 'हम मोदी की मूर्ति की पूजा नहीं करते हैं, लेकिन इसे धूल से साफ करते हैं और इसे हर दिन साफ करते हैं. मैंने हाल ही में मूर्ति पर एक ऊनी शॉल डाला है, जिससे मूर्ति ठंडी ना हो.'

कौशांबी के भगवानपुर बहुगरा गांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंदिर बनाया गया है. दक्षिण भारत में जैसे लोग अपने चहेते नेता, अभिनेता के मंदिर बनाकर उन्हें पूजते हैं, कुछ वैसी ही पूजा मोदी की होती है. लोकसभा चुनाव से पहले इस मंदिर का निर्माण कराया गया था. नरेंद्र मोदी के देश के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा के बाद ही इस मंदिर का निर्माण कराया गया. तब से यहां कई प्रकार के अनुष्ठान हो चुके हैं.