किसी जरूरतमंद या बेघर लोगों की मदद करने के लिए जरूरी नहीं आप धनवान हों और आपकी उम्र भी मायने नहीं रखती. यदि नीयत सही है तो यह काम वो भी कर सकता है जिसकी जेब में फूटी कौड़ी भी नहीं है. जी हां बेघर बुजुर्गों की मदद करने की जब एक 8 साल के बच्चे ने ठान ली तो उसने 50,000 डॉलर ( करीब 36 लाख रुपये ) जुटा लिए. यह बड़ा काम मेरीलैंड के टाइलर स्टालिंग्स ने कर दिखाया है.
चार साल की उम्र होती ही क्या है. इस उम्र में बच्चे जब अपना नाड़ा तक नहीं बांध पाते तो टाइलर को पहली बार पता चला था कि कुछ बुजुर्ग बेघर हैं. टाइलर के मन में इनकी मदद करने का विचार आया. टाइलर बुजुर्गों को हीरो के रूप में देखता था और उन्हें असहाय देखकर उसे बेहद बुरा लगता था. वह उनकी मदद करने के लिए कुछ करना चाहता था इसलिए उसने अपनी मां से पूछा कि क्या वह उनके लिए घर बना सकता है. उसने इन बेघर बुजुर्गों के लिए हीरो बैग बनाए.

ऐसे जुटाया धन
टाइलर ने कई बुजुर्गों की मदद की है और पिछले चार सालों में अपने फेसबुक पेज की मदद से 50,000 डॉलर की राशि इनकी मदद के लिए जुटाई है. उसकी मां ने कहा, वह डोनेशन से मिले हुए पैसों से बहुत सारी रोजमर्रा की जरूरतों की चीजें खरीदता है. टाइलर ने फेसबुक पर अपने पेज गोफंडमी में लिखा, बेघर बुजुर्गों के लिए कुछ खास करने की शुरुआत तब हुई जब मैंने अपनी मां से पूछा कि कुछ बुजुर्ग बेघर क्यों होते हैं.