तुर्की में पुरातत्वविदों ने एक बहुमूल्य खजाने की खोज की है। यह खजाना सिकंदर के समय है. यहां पर पत्थरों को काटकर तैयार 400 मकबरों की खोजे गए हैं। ये कब्रगाह करीब 1800 वर्ष पुरानी हैं. इनके अंदर खूबसूरत वॉल पेंटिंग्स बनी पाई गई हैं. इसके साथ बहुमूल्य वस्तुएं भी मिली हैं. इनको लोग खजाना कह रहे हैं. ये मकबरे रोमन साम्राज्य के समय के पत्थरों से काटकर तैयार किए गए थे. ये मकबरे तुर्की के एजियन सागर से पूर्व में करीब 180 किलोमीटर दूर स्थित ऐतिहासिक शहर ब्लॉनडोस (Blaundos) में पाए गए हैं। तुर्की के इस शहर को सिकंदर के समय विकसित किया गया था. यह शहर रोमन और बिजेनटाइन साम्राज्य तक अपने स्वर्णिम युग में था.
तुर्की की इन गुफाओं में सार्कोफैगी (Sarcophagi)नाम की प्रक्रिया की जाती थी.इसका अर्थ है कि इनमें मारे गए जीवों और इंसानों को रखा जाता था। मान्यता ये थी कि मरने के बाद इंसान की आत्मा इन मकबरों में तब तक आराम करती थी, जब तक उसे दूसरा जन्म नहीं मिल जाता है। ऐसे में इन मकबरों में उससे जुड़े जरूरत के सामान को रखा जाता था।
तुर्की की यूसाक यूनिवर्सिटी के पुरातत्वविद बिरोल कैन इस खनन कार्यक्रम के प्रमुख हैं. उन्होंने बताया कि ब्लॉनडोस में मौजूद इन मकबरों के अंदर परिवारों का आधिपत्य था, यानी एक मकबरे या उससे अधिक किसी एक परिवार के तो बाकी किसी और के होते थे। बिरोल कैन ने कहा कि पुरातत्वविद नेक्रोपोलिस के बारे में करीब 150 सालों से जानते हैं. मगर कभी भी ब्लॉनडोस में तरीके से खनन नहीं किया गया. बिरोल के अनुसार अब भी इस शहर के नीचे कई धार्मिक, सावर्जनिक और नागरिक ढांचे हैं. इनकी खोज की जानी बाकी है।
बिरोल की टीम ने यहां पर चार तरह के मकबरों की खोज की। इनमें एक कमरे वाला मकबरा भी है. कुछ बेहतरीन कई कमरों वाले मकबरे भी शामिल थे. ये कमरे एक लय या सीध में नहीं थे। पहले एक कमरा बनाया जाता था, फिर जरूरत पड़ने पर बगल के पत्थर को काटकर दूसरा बनाया जाता था, उसके बाद उसे जोड़ दिया जाता था. इस तरह से अंतिम संस्कार करने के लिए ज्यादा जगह बन जाती थी। इस तरह से दूसरा कमरा, तीसरा कमरा और चार कमरों तक के मकबरे खोजे गए हैं.
HIGHLIGHTS
- मकबरे रोमन साम्राज्य के समय के पत्थरों से काटकर तैयार किए गए थे.
- यह शहर रोमन और बिजेनटाइन साम्राज्य तक अपने स्वर्णिम युग में था.
Source : News Nation Bureau