हर कोई चाहता है कि वह अपनी पढ़ाई पूरी कर ले और जल्द से जल्द नौकरी मिल जाए. उसके बाद वह शादी कर घर बसा ले, लेकिन दुनिया के कई देशों में अब ये मान्यताएं तेजी से बदल रही हैं. जहां के युवा शादी करना पसंद नहीं करते और जिंदगी भर कुंवारा रहना चाहते हैं. जिसके चलते इन देशों में जन्मदर भी लगातार घट रही है. इन देशों में युवा ही नहीं बल्कि युवतियां भी शादी करने से कतरा रही हैं.
यहां हम आपको ऐसे ही कुछ देशों के बारे में बताने जा रहे हैं. जहां की लड़कियां जिंदगी भर कुंवारी रहती हैं. इन देशों की सूची में खासतौर पर दक्षिण कोरिया और जापान का नाम शामिल है. इसी लिए इन दोनों देशों में युवाओं की संख्या में कमी देखने को मिल रही है. क्योंकि दोनों देश कम जन्मदर की मार झेल रहे हैं. हालांकि सरकारें इन देशों में जन्मदर बढ़ाने के लिए तमाम कोशिश कर रही हैं लेकिन युवा शादी करने को तैयार नहीं हैं. तो चलिए आपको बताते हैं कि किन देशों में लड़कियां शादी नहीं करती और पूरी जिंदगी अकेले रहना पसंद करती हैं.
इन देशों में अकेले जीवन गुजार रही महिलाएं
बता दें कि इनमें दुनिया के कई ऐसे देश भी हैं जहां महिलाओं का अकेले रहना अब उनकी ख्वाहिश नहीं बल्कि मजबूरी बन गया है. जिसमें रूस का नाम भी शामिल है. रूस क्षेत्रफल के मामले में भले ही दुनिया का सबसे बड़ा देश हो लेकिन जनसंख्या के मामले में ये काफी पिछड़ता जा रहा है. क्योंकि यहां महिलाओं की शादी नहीं हो पा रही.
रूस में 30 की उम्र पार कर चुकी लड़कियों की संख्या काफी है. लेकिन उनकी अभी तक शादी नहीं हुई है. इसी सूची में हांगकांग का नाम भी शामिल है. जहां बड़ी संख्या में लड़कियां अकेली हैं और उनकी शादी नहीं हुई. यही नहीं सल्वाडोर, एस्टोनिया, बेलारूस का नाम भी इन देशों की सूची में शामिल है जहां बड़ी संख्या में लड़कियां आज भी सिंगल हैं और उनसे शादी करने के लिए लड़के नहीं मिल रहे.
क्यों नहीं हो पा रही इन देशों में लड़कियों की शादी
बता दें कि दुनिया के कई ऐसे देश हैं जहां की लड़कियों की शादी नहीं हो पा रही. इन देशों में बेलारूस, रूस, सल्वाडोर, एस्टोनिया और हांगकांग का नाम भी शामिल है. इन देशों में लड़कियों की शादी न होने की सबसे बड़ी वजह महिलाओं और पुरुषों के लिंगानुपात में काफी अंतर होना है. यहां महिलाओं की तुलना में पुरुषों की जनसंख्या काफी कम है. रूस में महिलाओं की आबादी 53.50 प्रतिशत है. जबकि पुरुष 46.50 फीसदी है और लिंगानुपात 86.73 है. यानी यहां 100 महिलाओं पर 86.73 पुरुष हैं. पुरुषों की कम जनसंख्या के चलते इनदेशों में महिलाओं की शादी नहीं हो पा रही.