नए साल के साथ नई उम्मीदें और नए शब्द जुड़ना कोई नई बात नहीं है. डेटिंग की दुनिया में इस बार जो नया शब्द चर्चा में है, वह है ‘नैनोशिप’. यह वर्ड 2024 में Tinder की “Year in Swipe” रिपोर्ट के जरिए सामने आया. इस रिपोर्ट में 8,000 से ज्यादा सिंगल्स की राय ली गई, जिसके बाद यह निष्कर्ष निकला कि छोटे से छोटा रोमांटिक इंटरैक्शन भी अहम हो सकता है.
क्या है नैनोशिप?
एक बार मिले और रोमांस किए, फिर तुम कौन हम कौन? सुनकर थोड़ा अजीब लगा ना? आपने अबतक सिचुएशनशिप ही सुना था लेकिन मार्केट में आ गया है नैनोशिप, नैनोशिप में एक लड़का और लड़की शॉर्ट टाइम के लिए मिलते, और जो करना होता है, वो करते हैं. फिर एक दूसरे को भूल जाते हैं. मतलब ये एक ऐसा रिश्ता है, जो सिर्फ एक दिन या दो-तीन घंटे के लिए होता है. इस रिश्ते में इमोशन नहीं बल्कि कुछ और ही होता है.
नैनोशिप रिश्ते में मेन होता है कि इसमें लड़का और लड़की को ज्यादा दबाव नहीं लेना होता है. इसमें नाही तो भावनात्मक लगाव होता है और न ही किसी प्रकार की जिम्मेदारी. यह बस दो लोगों के बीच मोमेंट भर का वह रिश्ता है, जो न तो लंबा चलता है और न ही किसी प्रकार की परेशानी पैदा करता है.
नैनोशिप वर्सेज सिचुएशनशिप
सिचुएशनशिप और नैनोशिप में बड़ा डिफ्रेंस यह है कि सिचुएशनशिप भावनात्मक या शारीरिक कनेक्शन के साथ आता है, जिसमें समय और अस्पष्टता होती है. इसमें अक्सर यह सवाल उठता है कि रिश्ता आखिर कहां जा रहा है. इसके उलट, नैनोशिप बेहद फ्लेक्सी और लिमिटेड होता है. इसमें किसी प्रकार की उम्मीदें या परेशानी नहीं होतीं.
नैनोशिप क्यों है जरूरी?
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वाकई में नैनोशिप जैसे रिश्तों की जरुरत है? Gallup की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में हर पांच में से एक व्यक्ति अकेलापन महसूस करता है. ऐसे में नैनोशिप उन छोटे-छोटे पलों को महत्व देती है, जो यह एहसास दिलाते हैं कि दुनिया इतनी भी बुरी नहीं है. डेटिंग ऐप्स की थकान और असफल डेट्स के बीच नैनोशिप उम्मीद की एक हल्की सी किरण लेकर आती है.
नैनोशिप का महत्व
नैनोशिप हमें यह सिखाती है कि प्यार या जुड़ाव हर बार किसी गहरी भावनात्मक रिश्ते में बदलने की जरूरत नहीं है. यह उन छोटे पलों को महत्व देती है, जो खुशी और उम्मीद का एहसास कराते हैं. मेट्रो में एक हल्की मुस्कान या सड़क पर किसी अजनबी के साथ हुई दो पल की बातचीत भी जीवन को खुशनुमा बना सकती है. नैनोशिप एक नई सोच है, जो यह दर्शाती है कि रिश्ते बड़े न सही, पर उनकी अपनी छोटी-छोटी खुशियां भी खास होती हैं.
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