भुवनेश्वर, 9 जुलाई (आईएएनएस)। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना ने बुधवार को बताया कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी 11 जुलाई को ओडिशा का दौरा करेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य सामाजिक न्याय, आदिवासी अधिकारों और आर्थिक असमानता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर करना है।
श्रीकांत जेना ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा कि राहुल गांधी भुवनेश्वर में विस्थापित आदिवासी परिवारों और किसानों से मुलाकात करेंगे। समाज के हाशिए पर पड़े लोगों की आवाज को उठाने के लिए कांग्रेस पार्टी के नेता प्रतिबद्ध हैं। संविधान और सामाजिक न्याय के प्रति हमारी सोच स्पष्ट है। ओडिशा में अनुसूचित जातियों (एससी), अनुसूचित जनजातियों (एसटी) और गरीबों के अधिकारों की लंबे समय से उपेक्षा की गई है। ऐसे में हम उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ेंगे। राहुल गांधी का यह दौरा ओडिशा के लोगों में नई उम्मीद जगाएगा। कांग्रेस इन समुदायों के अधिकारों के लिए हमेशा से लड़ती रही है और आगे भी मजबूती से लड़ेगी।
उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 164(1) का हवाला देते हुए कहा कि ओडिशा में इन समुदायों के लिए विशेष प्रावधानों की आवश्यकता है, जिसे लागू करने में सरकारें विफल रही हैं। जेना ने इस मुद्दे को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के समक्ष उठाने की बात कही।
उन्होंने कहा, अनुच्छेद 164(1) के तहत, ओडिशा अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और गरीबों के लिए विशेष प्रावधानों का हकदार है, जिसे लंबे समय से नजरअंदाज किया गया है। इसलिए हम यह मामला राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के ध्यान में लाएंगे। हमारी पार्टी एक सशक्त विपक्ष के तौर पर जनता की आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।
साल 2024 के आम चुनावों के बाद राहुल गांधी का यह पहला ओडिशा दौरा होगा। ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) अध्यक्ष भक्त चरण दास ने राहुल गांधी के दौरे को लेकर कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता उनके दौरे को सफल बनाने के लिए जी जान से जुटे हैं। मौजूदा प्रदेश सरकार सभी मोर्चों पर असफल साबित हुई है। राज्य में महिलाओं और दलितों के खिलाफ अत्याचार काफी बढ़ गया है। हम प्रदेश सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे और जनता के लिए विकल्प बनेंगे।
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