नोएडा, 6 अगस्त (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा थाना सूरजपुर पुलिस ने ऑपरेशन ‘तलाश’ के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर अपराधियों को बैंक खाता, डेबिट कार्ड और प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड उपलब्ध कराने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह से जुड़े पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने इनके कब्जे से कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और दस्तावेज बरामद किए हैं। गिरफ्तारी थाना सूरजपुर क्षेत्र के घंटा गोलचक्कर के पास से की गई। गिरफ्तार आरोपियों में चनप्रीत सिंह (भोपाल, मप्र), रणवीर सिंह (भोपाल, मप्र), जगमोहन धाकड़ (विदिशा, मप्र), नवीन (विदिशा, मप्र) और आदित्य शर्मा (दिल्ली) को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों के पास से 5 मोबाइल फोन, 8 सिम कार्ड, 7 डेबिट कार्ड, एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड और एक चेकबुक बरामद की गई है।
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह फर्जी गेमिंग और ट्रेडिंग ऐप्स के जरिए भारतीय नागरिकों को डिजिटल अरेस्ट के नाम पर डराकर उनसे ठगी करता था। यह गिरोह ऐसे लोगों की तलाश करता था जो अपने बैंक खाते कम कमीशन में किराए पर देने को तैयार हों। आरोपियों ने बताया कि वे बैंक खाताधारकों को 1 प्रतिशत कमीशन का लालच देकर उनसे उनके खाते और उससे जुड़ी सिम की जानकारी हासिल कर लेते थे। इसके बाद यह जानकारी रिमोट एक्सेस ऐप्स के माध्यम से मुख्य साइबर अपराधियों को दे दी जाती थी।
गिरोह प्रति खाता 15,000 रुपये तक की कमाई करता था। इस डेटा का इस्तेमाल कर ठगी की रकम पहले इन खातों में ट्रांसफर की जाती और फिर उसे अन्य खातों या क्रिप्टोकरेंसी के जरिए आगे भेज दिया जाता। गिरफ्तार अभियुक्तों की उम्र 19 से 25 वर्ष के बीच है और अधिकांश पढ़े-लिखे हैं। इनमें बीकॉम और बीबीए के छात्र शामिल हैं, जबकि कुछ ने अभी हाल ही में 10वीं और 11वीं पास की है। पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 66-डी में मामला दर्ज किया है। मामले की जांच जारी है और पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। डीसीपी सेंट्रल नोएडा द्वारा इस सराहनीय कार्य के लिए गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को 25,000 का नकद पुरस्कार भी दिया गया है।
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पीकेटी/डीएससी
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