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क्या आपको पता है 40 साल से नवरात्र पर उपवास रखते हैं पीएम मोदी

पीएम मोदी नवरात्र पर पिछले 40 साल से कर रहे हैं उपवास

Updated on: 05 Oct 2016, 11:24 AM

नई दिल्ली:

इस वक्त पूरा देश नवरात्र के रंग में रंगा हुआ है। आमलोगों के साथ ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शक्ति की प्रतीक देवी दुर्गा की अराधना में लगे हुए हैं। आपको शायद ही पता होगा पीएम मोदी साल के दोनों नवरात्रों में 9 दिनों का उपवास रखते हैं और इसका असर भी अपने व्यस्त कार्यक्रमों में नहीं पड़ने देते।

पीएम मोदी करीब 4 दशक यानि की लगभग 40 सालों से लगातार नवरात्र कर रहे हैं और उन्होंने नवरात्र करना तब शुरू किया था जब वो पहली बार आरएसएस के कार्यकर्ता बने थे  लेकिन वो कभी भी इसपर कुछ खुलकर नहीं बोले हैं। हालांकि एक बार उन्होंने अपने ब्लॉग में जरूर बताया था कि वो कई सालों से नवरात्र पर उपवास रखते आ रहे हैं और नवरात्र पर वो उपवास आत्मशुद्धिकरण के लिए रखते हैं और इससे उन्हें नई ऊर्जा मिलती है।

आपको सितंबर 2014 का वो समय तो याद होगा जब पीएम बनने के बाद मोदी पहली बार अमेरिकी दौरे पर गए थे। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पीएम मोदी के सम्मान में डिनर का आयोजन किया था लेकिन नवरात्र में होने की वजह से पीएम मोदी ने सिर्फ वहां नींबू पानी ही पिया। लगातार उपवास में रहने के बाद भी पीएम मोदी की इनर्जी देखकर ओबामा भी चौक गए थे।

ऐसा माना जाता है कि पीएम मोदी देवी दुर्गा के बड़े उपासक हैं ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि असम में उन्होंने अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत मां कामाख्या के दर्शन से किए थे और इसके बाद पहली बार बीजेपी को असम में बड़ी जीत मिली थी और बीजेपी की सरकार भी बनी।

इस बार भी बिना अन्न खाए मोदी लगातार 10 दिनों तक उपवास पर रहेंगे क्योंकि 16 साल बाद नवरात्र में ऐसा संयोग बना है कि नवरात्र इस बार 10 दिनों का हो रहा है।

ऐसा कई बार हो चुका है कि जब पीएम मोदी नवरात्र के उपवास पर होते हैं उसी वक्त किसी ना किसी राज्य में बीजेपी का चुनाव प्रचार अभियान चल रहा होता है लेकिन पीएम मोदी नवरात्र के दौरान भी जमकर चुनाव प्रचार करते हैं और उनको देखकर आप अंदाजा भी नहीं लगा पाएंगे की वो उपवास पर हैं।

आप जानकर हैरान रह जाएंगे की पीएम मोदी नवरात्र के उपवास के दौरान सिर्फ गुनगुना पानी पीते हैं। यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं ऐसे में बीजेपी राहुल गांधी के खाट सभा के जवाब में बड़ी रैलियों की तैयारी कर रही है और संभावना है की इसकी शुरुआत भी नवरात्र के दौरान ही होगी।